बज रही बधइया नंदबाबा के दुआरे
मऊ : नटवर नागर, मुरलीधर के छह दिवसीय जन्मोत्सव की खुशियां अभी भी नगर में उल्लास की बदली बनकर छाई हुई हैं। इनसे बरसती भक्ति की धारा में श्रद्धालु आपाद-मस्तक डूबे स्नान कर रहे हैं। प्रतिदिन कहीं जागरण, कहीं भागवत कथा तो कहीं भजन-कीर्तन तो कहीं श्रीकृष्ण रासलीला के प्रसंगों का व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों आयोजन हो रहा है। नंद बाबा के दुआरे अभी बधाइयों का शोर है तो हर घर-आंगन शाम होते ही सोहर की स्वरलहरियों में सराबोर है। प्रेम, वात्सल्य, आस्था और भक्ति का यह संगम ज्वार बनकर अभी भी लोगों के हृदय में उमड़ रहा है तो हर गली, हर आंगन से भूनी धनिया की पंजीरी के प्रसाद की सोंधी महक लोगों के नथुनों में भरकर माखनचोर की भक्ति की ओर खींचे ले जा रही है।
गुरुवार की रात्रि रेलवे स्टेशन परिसर में स्थित मंदिर में जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में वृहद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें कलाकारों ने मनोरंजक नृत्य व संगीत प्रस्तुत किए।
छठिहार महोत्सव में भाग लेने के लिए पहुंचने लगे श्रद्धालु
नगर कतुआपुरा स्थित श्रीराम जानकी मंदिर में आयोजित होने वाले श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के छठिहार उत्सव में भाग लेने के लिए श्रद्धालुओं का जमावड़ा होने लगा है। उक्त आयोजन में दूर-दराज के जनपदों के अलावा विविध प्रांतों में निवास करने वाले श्रद्धालु भी आते हैं। यहां होटलों और धर्मशालाओं में इनका ठहराव शुरू गया है।