बेटिकट मुसाफिर का ट्रैक पर 'सफर' खत्म, मथुरा आउटर पर हादसा
आगरा से जा रही पैसेंजर में सवार युवक की मौत, पहिए और स्प्रिंग में फंस गया था, तकनीकी टीम ने निकाला
मथुरा, जासं। चाचा के साथ मजदूरी करने लुधियाना जा रहे एक युवक की जिंदगी का सफर बीच रास्ते ही खत्म हो गया। दौड़ती ट्रेन में टीटी से बचने को कोच के गेट पर आया ये बेटिकट युवक नीचे गिर गया। पहिए में फंस कर मौत हो गई।
बुधवार सुबहआगरा से दिल्ली जा रही पैसेंजर मथुरा आउटर पर रेंग रही थी। तभी ट्रेन के पीछे से दूसरे नंबर के कोच के दरवाजे पर खड़ा एक युवक नीचे गिर गया। पहिए के बीच में फंसते ही यात्रियों ने शोर मचा दिया। आनन-फानन में ट्रेन रुक गई। देखा तो एक युवक पहिए और स्प्रिंग के बीच फंसा हुआ था। दोनों पैर कई हिस्सों में टूट गए थे। युवक इस तरह से फंसा था कि उसे बाहर निकाल पाना संभव नहीं हो पा रहा था।
ट्रेन चालक सुनील कुमार की सूचना पर जंक्शन डायरेक्टर एनपी ¨सह, एसएस केएल मीणा, जीआरपी प्रभारी शिव कुमार ¨सह, आरपीएफ, थाना हाईवे पुलिस आ गई। हालात भांप कैरज एंड वेगन स्टाफ बुलाया गया। करीब आधा घंटे की मशक्कत के बाद युवक को जैसे-तैसे बाहर निकाला गया। जिला अस्पताल में युवक को मृत घोषित कर दिया गया।
35 वर्षीय संजू निवासी नया गांव, बलदेवगढ़, टीकमगढ़ निवासी मनचले ने बताया कि मृत युवक संजू (35) उसका भतीजा था। वे दोनों आगरा में रहकर मजदूरी करते थे। अब काम के लिए लुधियाना जा रहे थे। मनचले ने बताया कि उनके पास टिकट नहीं थी। कोच में टीटी आ गया था, उससे बचने के लिए संजू दौड़कर गेट पर चला गया था। शायद, तभी उसका पैर फिसल गया होगा।
इधर, थाना हाईवे में तैनात एसआइ राजेंद्र कुमार ने बताया कि ट्रेन करीब एक घंटा घटनास्थल पर खड़ी रही और सुबह 11.44 बजे गंतव्य की ओर रवाना हो सकी। इस घटना के कारण डाउन रूट की उत्कल एक्सप्रेस करीब आधा घंटा प्रभावित हुई।