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उम्मीदों की रोशनी में चिता की सिलवटें

जागरण संवाददाता मथुरा करीब ढाई महीने की तालाबंदी के बाद बाजार खुलने से कारोबारियों को कारोबार के पटरी पर लौटने की उम्मीद तो है पर लक्ष्मण रेखा लांघती भीड़ से कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने का खतरा अधिक सता रहा है। ग्राहक और व्यापारियों के बीच की दूरी बनाए रखना कारोबारियों की सबसे बड़ी चिता है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Jun 2020 12:25 AM (IST)Updated: Wed, 03 Jun 2020 12:25 AM (IST)
उम्मीदों की रोशनी में चिता की सिलवटें
उम्मीदों की रोशनी में चिता की सिलवटें

जागरण संवाददाता, मथुरा: करीब ढाई महीने की तालाबंदी के बाद बाजार खुलने से कारोबारियों को कारोबार के पटरी पर लौटने की उम्मीद तो है, पर लक्ष्मण रेखा लांघती भीड़ से कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने का खतरा अधिक सता रहा है। ग्राहक और व्यापारियों के बीच की दूरी बनाए रखना कारोबारियों की सबसे बड़ी चिता है।

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बाजार खुल गए हैं। फैक्ट्रियों में उत्पादन शुरू हो गया है। खरीदार भी बाजार में निकल रहे हैं। इस बीच कोरोना की चेन तोड़ने के लिए शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए खींची गई रेखा बनाए रखना कारोबारियों के लिए मुश्किल हो रहा है। शारीरिक दूरी के मानक को तोड़कर वायरस के फैलाव का खतरा पैदा करने के मामले में पुलिस पिछले ढाई महीने 914 मुकदमा दर्ज किए हैं और 1504 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। 4653 लोगों को शारीरिक दूरी का उल्लंघन करने, बगैर मास्क लगाकर चलने के मामले का आरोपित बनाया गया है। 33 हजार 110 वाहनों के खिलाफ कार्रवाई भी पुलिस ने की है। यातायात पुलिस औसतन 900 वाहनों का चालान प्रतिदिन कर रही है। ये तो पुलिस की सख्ती का नतीजा है, लेकिन जो लोग पुलिस की निगाहों से बचकर निकलने की कोशिश कर रहे हैं, वही सबसे बड़ा खतरा भी कोरोना वायरस के फैलाव के लिए माना जा रहे हैं। रोस्टर के आधार पर पिछले दिनों से खुल रहे बाजार में आ रही बेकाबू भीड़ कारोबारियों को अब डरावनी लगने लगी है। इलेक्ट्रॉनिक कारोबार कर रहे डॉ. विशाल खुराना बताते हैं कि बाजार में आ रहे लोग अपने व अपने परिवार के लिए खतरे की घंटी बजा रहे हैं, दूसरों के लिए भी मुसीबत खड़ी कर सकते हैं। टेंट कारोबारी श्याम सिंह कहते हैं कि कोरोना वायरस से टेंट के कारोबार को बड़ा झटका लगा है, मगर इस झटके को तो झेल जाएंगे, लेकिन जहां छोटे-छोटे आयोजन किए जा रहे हैं, वहां के हालात देखकर डर लगता है। लोग शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर रहे हैं। किराना कारोबारी दिनेश अग्रवाल ने बताया कि जो सामान बाहर से मंगाया जा रहा है और उसकी पैकिग और लदाई का काम मजदूर कर रहे हैं। वह कितने सुरक्षित तरीके से भेज रहे हैं, इसका कोई पता नहीं है। धंधा तो आज नहीं कल चल निकलेगा, लेकिन वायरस की चपेट में आ गए तो हालात बिगड़ जाएंगे। पुलिस सख्ती दिखा रही है, पर कुछ दुकानदार खुद शारीरिक दूरी का पालन कराने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। एक फैक्ट्री के संचालक विनोद अग्रवाल ने बताया कि वह एक दिन बैंक में काम के लिए गए थे। अंदर तो सभी लोग शारीरिक दूरी का पालन कर रहे थे, लेकिन बाहर ग्राहक असुरक्षित तरीके से खड़े थे। उनके चेहरे पर मास्क भी नहीं लगे थे। गमछा भी ठीक से नहीं बांध कर रखा था। महिलाओं ने तो हाथ से अपना दुपट्टा पकड़ कर मुंह पर रख रखा था। इस तरह के हालात रहे तो जो उम्मीद अब बंधी हैं, वह एक दिन फिर लॉकडाउन की तरह से टूट जाएंगी।

1915 वाहनों का चालान

जासं, मथुरा : थाना और यातायात पुलिस ने मंगलवार को वाहन चेकिग की। पुलिस ने 3669 वाहनों की चेकिग की। इनमें 1915 ऐसे वाहन थे, जो अनलॉक वन के नियमों का उल्लंघन करते मिले। इन सभी का चालान कर दिया गया। एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि 22 वाहन सीज किए गए।


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