कार्य करने वाले सब हैं, सिर्फ इच्छा शक्ति की कमी
जीएलए में आयोजित दो दिवसीय कॉर्पोरेट कॉन्क्लेव का हुआ समापन
मथुरा, जासं। जीएलए विवि के प्रबंधन संकाय की ओर से कने¨क्टग रूरल इंडिया थीम पर दो दिवसीय कॉर्पोरेट कॉन्क्लेव आयोजित की गई है। इसमें दूसरे दिन देशभर से आए उद्योग, शिक्षा, सरकारी सेवाओं से जुड़े दिग्गजों ने अपने विचार और अनुभव साझा किए।
ग्रामीण भारत के उत्थान में कॉरपोरेट सोशल रिस्पोंसिबिलिटी (सीएसआर) के प्रयासों, उनसे जुड़े बदलावों पर मंथन किया। सभी ने एक संदेश के माध्यम से कहा कि कार्य करने वाले सब हैं, सिर्फ इच्छा शक्ति की कमी है।
मुख्य अतिथि एनपीसीसी के सीएमडी मनोहर कुमार ने कहा कि सीएसआर भारतीय संस्कृति के मूल में है। लोक कल्याण के कार्य हमारी परंपरा का हिस्सा रहे हैं। एनएसडीसी के निदेशक जयकांत ¨सह ने ट्रे¨नग से जुड़े मुद्दों पर प्रकाश डाला। उद्यमी मुरलीधर ¨भडा ने कहा कि सामाजिक उद्यमिता पर ध्यान देने की जरूरत है। पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. अजीत पाठक ने कहा कि दो दिन चली विचार मंथन की प्रक्रिया के सकारात्मक नतीजे निकलेंगे। स्मार्ट ट्रांसफॉर्मेशंस के चेयरमैन अमिताभ सत्यम ने कहा कि सीएसआर भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग रहा है। डॉ. प्रवीन अग्रवाल ने अनुभव साझा किए। आइपीएस केके विश्नोई ने कहा कि सीमावर्ती सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी सीएसआर एक्टिविटीज उतनी प्रभावी नहीं दिखती हैं, जितनी कि दर्शाई जाती हैं। सीए कमल गर्ग, प्रयास संस्था की संस्थापक निदेशक रूचि रस्तोगी, पायल, पावनी खंडेलवाल, मीनू मग्गू, ताज ग्रुप ऑफ होटल्स की अंकिता रॉय, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व कार्यकारी निदेशक डॉ. दिवाकर गोयल, डॉ. सुचेता अग्रवाल, अंकिता राज, वाओ फैक्र्ट्स के गोयंका, केजीएस एडवाइजर्स की एमडी तृप्ति ¨सघल सोमानी, टेडएक्स स्पीकर डॉ. शंकर गोयंका ने विचार व्यक्त किए।
विवि के कुलपति प्रो. डीएस चौहान ने कहा कि जब प्रकृति प्रदत्त संसाधनों का व्यावसायिक प्रयोग करते हुए धनार्जन किया जाता है, तो यह ध्यान में रखना चाहिए कि इन संसाधनों पर समाज के प्रत्येक व्यक्ति का समान अधिकार है। प्रति कुलपति प्रो. एएम अग्रवाल ने ब्रज क्षेत्र के विकास में जीएलए विवि के प्रयासों की जानकारी दी। कॉन्क्लेव संयोजक कन्हैया ¨सह ने विद्यार्थियों में व्यवहारिक ज्ञान की आवश्यकता पर बल दिया। प्रो. सोमेश धमीजा ने स्वागत और प्रो. विकास त्रिपाठी ने आभार व्यक्त किया। संचालन डॉ. अनीसिया शर्मा ने किया। विवि के सेक्रेटरी सोसायटी, कोषाध्यक्ष नीरज अग्रवाल ने कॉन्क्लेव से जुड़े सभी व्यक्तियों को बधाई दी। अकादमिक पार्टनर स्कोप के पीके सिन्हा ने भी जानकारी दी।