मौसम की तिकड़ी ने आलू, सरसों की रंगत बिगाड़ी
वर्षा से मिल रही गेहूं को संजीवनी सब्जियों की फसलों में नुकसान
जागरण संवाददाता, मथुरा: मौसम की तिकड़ी से कहीं किसान गदगद हैं तो कहीं चितित। ओलावृष्टि, हवा और पानी का गठबंधन आलू और सरसों की फसल की रंगत को बिगाड़ रहा है और गेहूं की फसल को संजीवनी दे रहा है। सब्जियों की फसल में भी नुकसान है।
तहसील मांट के गांव सुरीर, तेहरा, भगत नगरिया, सिंहावन, औहावा, विधौनी और सुल्तानपुर इलाके में सुबह करीब साढ़े चार बजे ओलावृष्टि हुई। 10-15 ग्राम वजनी ओले चार घंटे तक भी खेतों में नहीं गले थे। फरह के गांव रैपुराजाट में कड़की बिजली से ग्रामीण दयाराम की बुर्जी में आग लग गई। दोपहर में कुछ देर के लिए मौसम साफ हुआ, लेकिन तीन बजे बादल घिर आए। शाम को जिले भर में गरज के साथ बदरा जमकर बरसे। गोवर्धन, मथुरा और फरह विकास खंड क्षेत्र में कुछ स्थानों पर शाम को फिर कुछ स्थानों ओलावृष्टि भी हुई। गेहूं, सरसों, आलू, टामाटर, मटर, फूलगोभी, पत्तागोभी, मिर्च, चुकंदर समेत सब्जियों की फसल में पानी भर गया। ओलावृष्टि से 10-15 फीसद तक सरसों की फसल गिर गई। गांव तेहरा के किसान इरफान ने बताया कि उनकी आलू की फसल डूब गई है। गांव पुरा के किसान सुधीर रावत ने बताया कि ओल, धर्मपुरा, झपरा, रसूलपुर क्षेत्र में भी आलू की फसल में पानी भर गया है। हवा के कारण सरसों के पौधे खेतों में गिर गए हैं। सींगू निवासी इंद्रजीत सिंह ने बताया कि टमाटर, मिर्च, मटर, गोभी, ब्रोकली आदि की खेतों में पानी भर गया है और इससे सब्जियों की जड़े गल जाएंगी। महावन तहसील के गांव पचावर के किसान ओमप्रकाश ने बताया कि ज्यादा बारिश होने से आलू की फसल को अधिक नुकसान होगा। उनका कहना है कि अब जो भी बरसात उससे फसलों को नुकसान ही होगा। नगरी के किसान चतुर्भुज सिंह और मंगल सिंह ने बताया कि बारिश से गेहूं की फसल की फायदा है। अब एक पानी की बचत हो जाएगी। उपकृषि निदेशक धुरेंद्र कुमार ने बताया कि जिले में सर्वाधिक रकबा दो लाख हेक्टेयर गेहूं का है। आलू बीस हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में होगा, जबकि सब्जियों का रकबा भी तीस हजार हेक्टेयर के करीब है। -- आलू में पानी भरने से जड़ गलन और फफूंदी जनित रोग आ जाएंगे, जबकि सरसों में तना गलन की अधिक संभावना है। गेहूं के लिए बारिश फायदेमंद है। सब्जियों में भी अधिक बारिश से नुकसान होगा।
- डा. एसके मिश्रा, वरिष्ठ कृषि विज्ञानी, कृषि विज्ञान केंद्र