वागीश महाराज पर बरसी गुलाबी पंखुडियां, यमुना पूज ब्रज दर्शन को निकले
द्वारिकाधीश मंदिर से राजाघाट तक गाजे बाजे के संग निकाली शोभायात्रा, अनुयाई महिलाओं ने होली के रसियों पर भक्ति से सरोबार हो किया नृत्य
मथुरा, जासं। ठाकुर द्वारिकाधीश की आरती उतार कर मंदिर के गोस्वामी सेवारत कांकरोली युवराज डॉ. वागीश कुमार महाराज गाजे बाजे के साथ यमुना पूजन के लिए निकले। गुजरात के वल्लभकुल संप्रदाय के सैकड़ों महिला-पुरुष अनुयाई उनके साथ थे। अनुयाई ध्वजा पतका लिए हुए थे। गेंदा गुलाब की पंखुड़िया की बरसा से सड़क पट गई। द्वारिकाधीश, यमुना मैया और वल्लभाचार्य की भक्ति से सरोबार महिलाएं होली के रसियों पर झूम रही थीं। डॉ. वागीश महाराज राजकुमार गोस्वामी वेदांत कुमार और महाराज सिद्धांत कुमार ने अनुयाईयों के साथ मिलकर यमुना मैया का पूजन किया और कुनवारा (छप्पन भोग का छोटा रूप) का आयोजन किया गया।
राजाघाट आज खूबसूरत लग रहा था। पूजन-अर्चन और कुनवारा संपन्न होने के बाद यमुना मैया को भी चुंदरी ओढ़ाई। यमुना में उठ रही हिलोरों की तरह हर दिल में आस्था उमड़ रही थी। दूसरे घाटों पर भी तीर्थ पुरोहित यमुना भक्तों को पूजन कर रहे थे। वेद मंत्रों से गूंज रहे घाट पर भगवान श्रीकृष्ण की पटरानी बुंदियादार चुंदरी ओढ़े हुए थे। नावों की लंबी कतार का नयनभिराम ²श्य देखकर हर कोई यमुना की जय जय कार रहा था। मंदिर के विधि एवं मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी एडवोकेट ने बताया कि इसके बाद महाराजश्री ब्रज दर्शन करने के लिए निकल गए। ब्रज के 12 वन 24 उपवन और महाप्रभुजी की बैठकों पर जाकर दर्शन करेंगे। मंदिर के मुखिया बृजेश कुमार, श्रीधर चतुर्वेदी, बनवारी लाल, राजीव चतुर्वेदी, बृजेश चतुर्वेदी, सुंदर चतुर्वेदी, बीएन चतुर्वेदी, कमला शंकर शर्मा मौजूद थे।