टीटीजेड अब नहीं रहेगा नुकसानदायक, 95 फीसद उद्योग इंडेक्स से हो सकते बाहर
लघु उद्योग भारती के रजत जयंती वर्ष कार्यक्रम में वक्ताओं ने दिया आश्वासन
मथुरा, जासं: टीटीजेड की आगरा में 25 जनवरी को होने वाली मी¨टग में करीब 95 फीसद उद्योग एयर पोल्यूशन इंडेक्स से बाहर होने की संभावना है। लघु उद्योग भारती दो मूल वाक्यों को लेकर चलती है, पहला नीति, दूसरा विस्तार। संपर्क, समन्वय के बाद तीसरे चरण में सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं। संगठन विस्तार में सबका सहयोग चाहिए। व्यापार जगत में कार्यरत उद्यमियों को सोचना चाहिए कि व्यक्तिगत से ऊपर उठकर राष्ट्रहित है।
यह कहना रहा लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेंद्र गुप्ता का। वह नेशनल चैंबर भवन में लघु उद्योग भारती के रजत जयंती वर्ष पर आयोजित कार्यक्रम में टीटीजेड-विषमताएं और चुनौतियां विषयक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
प्रदेश अध्यक्ष राकेश गर्ग ने कहा कि उद्योगों का महत्व समझा नहीं जा रहा है। लघु उद्योगों का जीवन में महत्व समझाने के साथ देश को आर्थिक संपन्न बनाने के लिए लघु उद्योग भारती का गठन 1994 में हुआ। कहा कि संगठन का मानना है कि लघु उद्योगों के लिए नीतियां फ्रेंडली हों और वातावरण सहायक होना चाहिए। मुख्य अभियंता विद्युत एके चौधरी ने कहा कि बिजली विभाग भी एक उद्योग है। इसमें समान दर पर बिजली खरीदकर किसी को महंगे तो किसी को सस्ते दामों पर बिजली दी जा रही है। नए कनेक्शन के लिए सिटीजन चार्टर बनाया गया है। निवेश मित्र पोर्टल लागू किया गया है, इसमें उपभोक्ता को एनओसी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।
पर्यावरणविद उमेश शर्मा ने टीटी जेड में उद्योगों को आने वाली समस्याओं सहित अब तक की लड़ाई में उठाए गए ¨बदुओं और सफलताओं को उठाया। गोष्ठी को राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रकाश चंद, केडी अग्रवाल, स्वागताध्यक्ष शशिकांत ¨जदल, प्रांतीय मंत्री मुकेश ¨जदल ने भी संबोधित किया। ब्रज प्रांत मंत्री नवीन अग्रवाल, कृष्ण दयाल अग्रवाल, दीपक अग्रवाल, पूर्व मंत्री रविकांत गर्ग, रोशन लाल, अधीक्षण अभियंता अजय गर्ग, अधिशासी अभियंता अर¨वद कुमार, मुकुल, अंकित बंसल, केवलराम चंदानी, पियूष गोयल, गौरव अग्रवाल, राहुल अग्रवाल, अशोक आदि मौजूद रहे। संचालन मोंटू मित्तल और धन्यवाद ज्ञापन सोनल अग्रवाल ने व्यक्त किया।