Move to Jagran APP

सरकारी योजनाओं के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

संवाद सूत्र गोवर्धन टटलुओं ने ठगी का तरीका बदल लिया है। ओएलएक्स पर सस्ती कीमत में सामान बेच

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Aug 2020 10:59 PM (IST)Updated: Mon, 17 Aug 2020 06:11 AM (IST)
सरकारी योजनाओं के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

संवाद सूत्र, गोवर्धन: टटलुओं ने ठगी का तरीका बदल लिया है। ओएलएक्स पर सस्ती कीमत में सामान बेचने का प्रचार कराकर ठगी करने वाले गिरोह अब भारत सरकार की योजनाओं के नाम बैंक खाते खुलवाकर ठगी कर रहा था। गोवर्धन पुलिस ने आधा दर्जन शातिरों को गिरफ्तार कर गिरोह का पर्दाफाश किया है।

loksabha election banner

एसपी देहात श्रीशचंद्र ने रविवार को बताया कि टटलू पहले लोगों को ओएलएक्स पर सस्ती कीमत पर सामान बेचने का प्रचार करके अपने जाल फंसाते थे और उसके उनके साथ लूटपाट करते थे। अब वही टटलू सरकार की योजनाओं के नाम पर भी ठगी कर रहे थे। इस तरह की सूचना मिलने पर इंस्पेक्टर गोवर्धन लोकेश भाटी और उनकी टीम को गिरोह की गिरफ्तारी को आवश्यक दिशा निर्देश देकर लगाया गया। पुलिस को सूचना मिली थी कि एक गिरोह अड़ींग बाइपास पर वारदात की फिराक में खड़ा हुआ है। इंस्पेक्टर लोकेश भाटी ने पुलिस टीम अड़ींग चौकी प्रभारी दिलीप कुमार, सोनू भाटी, कांस्टेवल विजय गौतम, विक्रम पाल, पवन पचौरी, सोनू के साथ घेराबंदी कर ली। नरेंद्र निवासी बाइपास अड़ींग, देवेंद्र निवासी नगर रोड डीग, रोहताश उर्फ रोकी यादव मुहल्ला अड़ींग, सोनदेव उर्फ सोनू शर्मा, सत्यपाल उर्फ सत्तो निवासीगण मुहल्ला सेहरा पायसा अड़ींग, इदरीश निवासी दौलतपुर को गिरफ्तार लिया। पूछताछ में आरोपित ने पुलिस को बताया कि गोकुल और रवि को शातिरों ने अपने जाल में फंसाया था। उनके बैंक खाते खुलवाए थे। इसमें आरोपित ने अपने मोबाइल नंबर अंकित किए थे। इसलिए उनको बैंक से कोई संदेश नहीं मिल रहा था। पीड़ितों के खाते में आई रकम का लेनदेन कर लिया। पीड़ित जब भारत सरकार से मिलने वाली धनराशि की जानकारी करने के लिए बैंक गए तब उनको ठगी का पता चला। सभी आरोपित को जेल भेजा जा रहा है। गिरोह में अभी कुछ अन्य लोगों के शामिल होने के नाम भी प्रकाश में आए हैं। उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.