गंदगी के बीच से होकर गुजर रहे द्वारिकाधीश के भक्त
गताश्रम टीले के शौचालय की नहीं की जा रही सफाई नालियों की सफाई भी पैसे देकर करने के लिए मजबूर
मथुरा, जासं। ठाकुर द्वारिकाधीशजी के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे भक्तों को गंदगी के बीच से होकर गुजरना पड़ रहा है। दोपहर तक कूड़ा सड़कों पर ही सड़ रहा है। बेसहारा पशु इसी कूड़े करकट के ढेर में भोजन की तलाश करते फिर रहे हैं। लोगों को आवाजाही में दिक्कतें हो रही हैं।
राजाधिराज मार्केट में ठाकुर द्वारिकाधीश महाराज का मंदिर है। सुबह 6.30 से 11 बजे और शाम को 3.30 से सात बजे तक मंदिर के पट खुलते हैं। श्रीकृष्ण जन्मभूमि की तरफ से श्रद्धालु मंडी रामदास, चौक बाजार, स्वामी घाट होते हुए मंदिर पहुंच रहे हैं, जबकि दूसरा रास्ता होली गेट से होकर गया है। बंगाली घाट से विश्राम घाट होते हुए मंदिर के लिए तीसरा रास्ता है। इन तीनों ही मुख्य रास्तों पर गंदगी के जगह-जगह ढेर लगे हुए हैं। जो दोपहर तक पड़े रहते हैं। इसी के बीच से होकर श्रद्धालुओं को गुजरना पड़ रहा है। इससे उनके दिलो-दिमाग में मथुरा शहर की नकारात्मक छवि उभर रही है। विश्राम घाट के ठीक सामने गताश्रम टीले पर एक सार्वजनिक शौचालय है, लेकिन उसकी सफाई नहीं की गई है। बाहर तक दुर्गंध आ रही है। स्वामी घाट से लेकर चौक बाजार तक सड़क पर गंदगी बिखरी रहती है। इस पर बेसहारा पशु विचरण कर रहे हैं। नालियों और शौचालय की सफाई पैसे से करानी पड़ रही है। नगर निगम के सफाई कर्मचारी ठीक तरह से साफ-सफाई नहीं कर रहे हैं। शिकायत किए जाने पर कोई सुनवाई नहीं होती है।
बालकृष्ण चतुर्वेदी, विश्राम घाट सुबह से लेकर दोपहर तक सड़क पर पड़ी रहने वाली गंदगी से स्थानीय नागरिकों और दूसरे जिलों से आ रहे श्रद्धालुओं को दिक्कतें हो रही हैं। उनकी आस्था को ठेस पहुंच रही है।
राजकुमार विश्राम घाट