दंपती को तीन साल से नहीं मिल रही वृद्धावस्था पेंशन
हाथ से थैले बनाकर फुटपाथ पर बेच गुजारा कर रहे वृद्ध दंपती लॉकडाउन में फुटपाथ पर भी नहीं बेच पाए थैले नहीं है राशन
संवाद सहयोगी, मथुरा : वृंदावन में जीवन के अंतिम पड़ाव में वृद्धावस्था पेंशन और घर में हाथ के थैले बनाकर फुटपाथ पर बेचकर पत्नी संग जीवन गुजार रहे वृद्ध की तीन साल से पेंशन बंद है। लॉकडाउन में फुटपाथ पर थैलों की बिक्री भी बंद हो गई। ऐसे में वृद्ध दंपती के सामने दो वक्त की रोटी के लिए भी राशन जुटाना भारी पड़ गया। अब समाज कल्याण मंत्री को पत्र लिखकर पेंशन नियमित करवाने की गुहार लगाई है।
किशोरपुरा की प्रेमगली निवासी 80 वर्षीय वृद्ध ओमप्रकाश विजय ने प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री को भेजे पत्र में लिखा है कि उनकी पूर्व में 300 रुपये वृद्धावस्था पेंशन हर महीने आती रही। लेकिन जब से पेंशन 500 रुपये हुई है, तब से पेंशन की एक भी किस्त उनके खाते में नहीं आई। जुलाई 2017 को बंद हुई पेंशन अब तक नियमित नहीं हो सकी। इसके लिए उन्होंने राजीव भवन में अफसरों के आगे गुहार लगाई और अपने हालात बताए, लेकिन अफसर ने जल्द ही खाते में पेंशन आने का आश्वासन दे दिया। डीएम, समाज कल्याण अधिकारी से गुहार लगाई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। मुख्यमंत्री व समाज कल्याण मंत्री को पत्र लिखे, उसका भी संतोषजनक जवाब नहीं मिला। एकबार फिर से समाज कल्याण मंत्री को पत्र लिखकर पेंशन आवंटित करवाने की गुहार लगाई है।