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भारतीय शिक्षा ने हमेशा दिखाया दुनिया को रास्ता

जीएलए विवि के दीक्षांत समारोह में यूजीसी चेयरमैन ने छात्रों को वर्चुअल किया संबोधित18 मेधावियों को गोल्ड व 18 को सिल्वर मेडल दिए गए

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 06:55 AM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 06:55 AM (IST)
भारतीय शिक्षा ने हमेशा दिखाया दुनिया को रास्ता

जागरण संवाददाता, मथुरा: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) नई दिल्ली के चेयरमैन प्रो. धीरेंद्र पाल सिंह ने कहा, भारतीय शिक्षा ने हमेशा दुनिया को रास्ता दिखाया है। छात्रों द्वारा ग्रहण की गई शिक्षा छात्रों की विरासत है। यह आगे चलकर पहचान बनाएगी। देश के समग्र विकास में अपना योगदान देना सुनिश्चित करें।

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जीएलए विवि के नौवें दीक्षांत समारोह को वह आनलाइन संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कठिन दौर से गुजर रहे हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि हमारे नए आनलाइन मिश्रित शिक्षण और अध्ययन ने हमें शिक्षा में परिवर्तन के नए डिजिटल युग में ला दिया है। छात्रों ने भी यह कठिन दौर आशावादी रूप से पार कर लिया है। हमारे यहां दुनिया में सबसे बड़ी संख्या में युवा विद्यार्थी हैं। समारोह का शुभारंभ कुलाधिपति नारायणदास अग्रवाल, प्रतिकुलाधिपति प्रो. दुर्ग सिंह चौहान, कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। कुलसचिव अशोक कुमार ने सभी का स्वागत किया। प्रतिकुलपति प्रो. आनंद मोहन अग्रवाल ने मुख्य अतिथि का परिचय कराया। कुलाधिपति ने 18 छात्रों को गोल्ड मेडल तथा प्रतिकुलाधिपति ने 18 छात्रों को सिल्वर मेडल से नवाजा। चीफ एग्जीक्यूटिव आफिसर नीरज अग्रवाल, चीफ फाइनेंस आफिसर विवेक अग्रवाल, डीन एकेडमिक प्रो. अनूप कुमार गुप्ता मौजूद रहे। संचालन डा. विवेक मेहरोत्रा ने किया। डीन रिसर्च प्रो. अनिरुद्ध प्रधान, एसोसिएट डीन रिसर्च प्रो. कमल शर्मा, अनुपम शर्मा, नितिन त्यागी, शशि शेखर, मोहम्मद आमिर खान, नीरज गुप्ता, पीयूष मिश्रा, रोहित अग्रवाल, मैकेनिकल इंजीनियरिग शहाबुद्दीन, मोहन गुप्ता, भरत सिंह, शीलेंद्र कुमार, सोनी शर्मा, लोकेश कुमार, अमित अग्रवाल, स्मिता सिंह, इला मेहरोत्रा, अंकिता राज, रिशा खंडेलवाल, जितेंद्र कौशिक, रितेश कुमार शर्मा, राकेश कौशिक, अनुजा भार्गव, भूपेश चंद्र आदि मौजूद रहे।

मिली उपाधि तो खिले चेहरे

जीएलए विश्वविद्यालय से वर्ष 2020 में उत्तीर्ण डीएससी के 1, पीएचडी के 28, बीएससी आनर्स बायोटेक के 52, बीकाम आनर्स के 122, बीटेक सिविल इंजीनियरिग के 70, बीटेक कंप्यूटर साइंस 482, बीटेक सीएस (सीसीवी) 47, बीटेक सीएस (डीए) 29, बीटेक ईएन 25, बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिग 72, बीटेक इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन के 103, बीटेक मैकेनिकल 239, बीबीए 163, बीबीए आनर्स 59 छात्रों को उपाधि मिली। बीबीए फैमिली बिजनेस 25, बीसीए 160, बीएड 43, बीफार्म 60, एमएससी केमिस्ट्री के 4, एमएससी बायोटेक 14, एमएससी माइक्रोबायोलाजी एंड इम्यूनोलाजी के 20, एमटेक सिविल इंजीनियरिग 15, एमटेक कंप्यूटर साइंस के 7, एमटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिग 4, एमटेक इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन 6, एमटेक मैकेनिकल 16, एमबीए 328, एमसीए 62, एमबीए (एफएमबी) 22, एमबीए (एलएससीएम) 29, एमफार्म (फार्माकोलाजी) 10, एमफार्म (फार्मास्यूटिक्स) के 12 विद्यार्थियों की उपाधि तथा डिप्लोमा केमिकल के 15 चा6ों को उपाधि दी। डिप्लोमा सिविल के 65, डिप्लोमा कंप्यूटर साइंस के 55, डिप्लोमा इलेक्ट्रिकल एंड इंजीनियरिग के 124, डिप्लोमा इलेक्ट्रिकल एंड कम्युनिकेशन के 15, डिप्लोमा मैकेनिकल के 260 तथा डिप्लोमा इन फार्मेसी के 61 और 54 विद्यार्थियों को मेरिट सर्टिफिकेट प्रदान किए।


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