किसानों की शाकभाजी खा गया आंधी-तूफान
जेएनएन, मथुरा: बुधवार की शाम आए आंधी-तूफान और ओलावृष्टि ने सबसे ज्यादा नौहझील, मांट आदि क्षेत्रों में फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है।
जेएनएन, मथुरा: बुधवार की शाम आए आंधी-तूफान और ओलावृष्टि ने सबसे ज्यादा नौहझील, मांट, राया और बलदेव ब्लाक में नुकसान किया है। किसानों की शाकभाजी की फसलें तूफान ने गिरा दी तो टिन-टप्पड़ गिरने से गरीबों के आशियाने खुले आसमान के नीचे आ गए। सैकड़ों पेड़ धराशाई हो गए। पिछले एक माह में गेहूं की फसल बरबाद होने के बाद किसानों के लिए यह दूसरा झटका है। राया ब्लाक के कुछ गांवों में उद्यान विभाग ने शाकभाजी के नुकसान का सर्वे कराया है।
राया ब्लाक में ओलावृष्टि के साथ आए तूफान ने किसानों को खून के आंसू रुला दिया। यहां कारब, पचावर, नगला लोका, सिहोरा, नगला तेजा व तारापुर आदि गांवों में शाकभाजी की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। यहां खेतों में लौकी, कद्दू, तोरई, ¨भडी, बैंगन, टमाटर, प्याज आदि फसलें खड़ी थी, जिन्हें तूफान के साथ ओलावृष्टि ने नष्ट कर दिया।
कारब के किसान ओमप्रकाश की सूचना पर उद्यान विभाग की टीम ने यहां सर्वे किया। जिला उद्यान अधिकारी सुरेश कुमार ने आश्वस्त किया है कि नुकसान का सर्वे कर रिपोर्ट प्रशासन के दी जाएगी। कारब के किसान ओम प्रकाश, पृथ्वी ¨सह, छैला, मांगे, श्याम वीर ¨सह, गिरवर ¨सह, रामदेव ¨सह, शिव नारायण, पचावर के किसान ओम प्रकाश, गोपाल, छत्रपाल, निबोरी, हरिश्चंद्र, तारापुर के किसान सुरेंद्र कुमार, सत्येंद्र कुमार, राजन, झम्मन, महेश, नगला तेजा के किसान हरिनारायण, नूरी सेठ, नवरत्न व सीताराम आदि किसानों का काफी नुकसान हुआ है।
बलदेव ब्लाक में भी तूफान ने खूब कहर बरपाया। यहां नगला विधि, सरकंड खेडा, नगला ताज, फूलपुर, नगला जमुनी, दघेंटा, गोठा, हसनपुर, नगला रतिया, नगला राय ¨सह, पचावर ,आदि गांवों में आंधी का प्रकोप रहा। नगला विधि में सोदान ¨सह, बनी ¨सह, भूरा के मकानों की दीवार व टिन शेड उखड़कर दूर जा गिरे। एक आश्रम पूरी तरह ध्वस्त हो गया।
आंधी-तूफान ने उखाड़ दिए 600 विद्युत पोल
मथुरा: बुधवार के आंधी-तूफान को बिजली विभाग को फिर से असहाय कर दिया। जिले में विभाग के करीब 600 विद्युत पोल धराशाई हो गए हैं। सबसे ज्यादा नौहझील, मांट, राया और बलदेव में पोल टूटकर गिरे हैं। यहां सप्लाई बाधित चल रही है।
पिछले एक महीने में विभाग का यह चौथी बार नुकसान हुआ है। कल से पहले विभाग के करीब 400 विद्युत पोल धराशाई हुए थे, लेकिन बुधवार के तूफान ने उसके करीब 600 खंभे गिरा दिए। गुरुवार की दोपहर तक 586 गिरे खंभों की रिपोर्ट अधीक्षण अभियंताओं के पास पहुंच चुकी थी।
तमाम जगह पेड़ लाइनों पर गिर पड़े तो तमाम जगह पोल ही टूट गए। कई जगह पोल गिरासू स्थिति में आ गए या आंधी से टेढ़े हो गए हैं। विभाग के इंजीनियरों ने गुरुवार दोपहर तक 33 केवी की लाइन तो दुरुस्त कर दी, लेकिन 11 केवी की लाइनों पर काम चल रहा था।
अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार और सुबोध कुमार शर्मा ने बताया है कि नुकसान का आकलन हो रहा है, साथ ही लाइनें भी तेजी से दुरुस्त कराई जा रही है। विभाग पहले से ही अलर्ट पर था, इसलिए अधिकांश क्षेत्रों में सप्लाई चालू करा दी गई है।