श्रीगोदाहरिदेव ब्रहमोत्सव में पालकी में बैठ निकले भगवान बैकुंठनाथ
श्रीगोदाहरिदेव दिव्यदेश में चल रहे ब्रह्मोत्सव में गुरुवार को भगवान बैकुंठनाथ पालकी में विराजमान होकर नगर भ्रमण को निकले जो भक्तों के जयकारों से वातावरण गुंजायमान हो उठा। जगह जगह भक्तों ने भगवान की आरती उतारकर प्रसाद अर्पित किया और पुष्पवर्षा कर ठाकुरजी का स्वागत किया।
वृंदावन: श्रीगोदाहरिदेव दिव्यदेश में चल रहे ब्रह्मोत्सव में गुरुवार को भगवान बैकुंठनाथ पालकी में विराजमान होकर नगर भ्रमण को निकले। जगह जगह भक्तों ने भगवान की आरती उतारकर प्रसाद अर्पित किया और पुष्पवर्षा कर ठाकुरजी का स्वागत किया।
दक्षिण भारतीय परंपरा के श्रीगोदा हरिदेव दिव्य देश में गुरुवार की सुबह ब्रह्मोत्सव में वेदमंत्रों की गूंज के साथ धार्मिक आयोजन शुरू हुए। सुबह ठाकुरजी की आरती के बाद उन्हें रथ में विराजमान करवाया गया। पालकी पर विराजमान होकर भगवान बैकुंठनाथ नगर भ्रमण को निकले। मंदिर से शुरू हुई भगवान बैकुंठनाथ की शोभायात्रा नगर निगम चौराहा, रंगजी मंदिर, पत्थरपुरा, गोपीनाथ बाजार, ब्रह्मकुंड होते हुए ज्ञानगुदड़ी पहुंची। यहां ठाकुरजी को विश्राम दिलवाकर उनकी आरती उतारी और प्रसाद अर्पित किया। कुछ देर विश्राम के ठाकुरजी की सवारी एकबार पुन: शुरु हुई और मंदिर पहुंची। मंदिर पहुंचने पर ठाकुरजी को गर्भगृह में विराजमान करवाकर आरती उतारी और फिर विश्राम करवाया गया। शाम को एकबार फिर भगवान बैकुंठनाथ सिंह सार्दूल पर विराजमान होकर नगर भ्रमण पर निकले तो ज्ञानगुदड़ी में विश्राम और आरती के सवारी पुन: मंदिर के वापस हुई।