यमुना तट की हरियाली के सपने को निगल गए चरवाहे
संवाद सहयोगी मथुरा नगर निगम ने इसी मानसून सत्र में करीब 22 हजार से अधिक पौधों का रोपण ि
संवाद सहयोगी, मथुरा : नगर निगम ने इसी मानसून सत्र में करीब 22 हजार से अधिक पौधों का रोपण किया था। इनमें से निगम ने करीब 10 हजार पौधे यमुना की जयसिंहपुरा की खादर में रोपे थे। पशुओं ने पौधों को निगल लिया। खादर की हरियाली उजड़ गई। अब नगर निगम ऐसे चरवाहों पर कार्यवाही को जांच कमेटी बना रहा है। उन्हें चिन्हित कर जुर्माना किया जाएगा।
जयसिंहपुरा स्थित यमुना की खादर में भी निगम प्रशासन ने करीब डेढ़ माह पहले 10 हजार फल व छायादार पौधे रोपे थे। लेकिन अधिकांश पौधे नष्ट हो गए। चरवाहे पशुओं को इसी इलाके में लेकर जाते हैं। इससे वह पौधे चर गए। बीते दिनों हुई कार्यकारिणी की बैठक में भी पार्षदों ने इस मुद्दे को उठाया था। नगरायुक्त रविद्र कुमार मांदड़ ने पौधारोपण अभियान के प्रभारी मुख्य अभियंता पीके मित्तल को पौधों को नष्ट करने वाले चरवाहों को चिह्नित कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे।
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कमेटी गुप्त रूप से करेगी चरवाहों की जांच
यमुना की खादर में पौधों को अपने पशुओं को खिलाने वाले चरवाहों को चिह्नित करने के लिए निगम प्रशासन शीघ्र ही एक जांच कमेटी गठित करने जा रहा है। हालांकि ऐसे चरवाहों का पता लगाना निगम के लिए एक चुनौती है। मगर निगम द्वारा गठित यह कमेटी जयसिंहपुरा खादर में गुप्त रूप से अपनी जांच कर ऐसे चरवाहों का खाका तैयार करेगी, जो अपने पशुओं को चराने के लिए यहां लाए। इसके बाद उन पर जुर्माने की कार्यवाही भी होगी। ये रहीं निगम की कमियां-
निगम ने पौधों का रोपण तो कर दिया, लेकिन उनका संरक्षण करना भूल गया। 60 फीसद पौधे नष्ट हो गए हैं। यहां बागवां की नियुक्ति भी नहीं की गई थी, जो पौधों की देखरेख कर सकता। वर्जन ..
--- कई चरवाहे जानबूझकर अपने पशुओं को उसी स्थान पर ले गए जहां पौधे रोपे गए। इनका पता लगाने के लिए कमेटी गठित की जा रही है। कमेटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर चरवाहों पर जुर्माना लगाया जाएगा। साथ ही नष्ट हुए पौधों के स्थान पर नए पौधे रोपकर उनके संरक्षण के इंतजाम भी किए जाएंगे।
पीके मित्तल, मुख्य अभियंता, नगर निगम