अदालत नहीं, सरकार से मंदिर निर्माण की उम्मीद: ऋतंभरा
अदालत के बयान पर जताई कड़ी आपत्ति, कहा बयान आहत करने वाला
वृंदावन, जासं: राममंदिर मामले में सुनवाई के लिए अदालत के दिए गए बयान पर साध्वी ऋतंभरा ने नाराजगी जताई है। उनके अनुसार सुप्रीम कोर्ट की प्राथमिकता में मंदिर न होने का बयान आहत करने वाला है।
वात्सल्य ग्राम में शनिवार को साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट की प्राथमिकता में मंदिर का मुद्दा नहीं है तो अब इंतजार नहीं हो सकता। अब सरकार अध्यादेश या कानून बनाकर राममंदिर निर्माण का रास्ता प्रशस्त करे। शिवसेना के अयोध्या कूच के सवाल को टालते हुए कहा कि सब चाहते हैं कि मंदिर बने। हमें वर्तमान सरकार से बड़ी उम्मीद है। भाजपा ही है, जिसने नैतिक रूप से इस विषय पर अपना पक्ष रखा है। सरकार पर अब मौका है।
साध्वी ने कहा कि देश के नौजवानों ने बहुत प्राण त्यागे हैं, सरयु का पानी पापियों ने कार सेवकों के रक्त से लाल किया। उस बलिदान को हम कैसे भूल जाते हैं। हम संवैधानिक मान्यता को मानना चाहते थे, लेकिन अदालत के रवैये ने हमें सरकार के समक्ष अपनी मांग रखने को मजबूर कर दिया।
राम मंदिर का निर्माण कांग्रेस के कराए जाने के बयान पर साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि यह राजनीतिक बयान है। कांग्रेस पहले निश्चित करे कि वह ¨हदू है या नहीं। मंदिर मुद्दे को लोकसभा चुनाव से जोड़ने के सवाल पर कहा कि चुनाव आते हैं और चले जाते हैं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने जो कहा, वह समाज को आहत करने वाला है। कहा कि नरेंद्र मोदी के अंदर एक कर्मठ व्यक्ति हमें मिला है। जब देश के सारे काम हो रहे हैं तो एक मांग हमारी भी पूरी होनी चाहिए।