पोखर में खजाने की अफवाह पर दौड़े लोग
वृंदावन: बरसात के दिनों में पानी को एकत्रित करने के लिए गांव परखम गूजर मे
जागरण संवाददाता, वृंदावन: बरसात के दिनों में पानी को एकत्रित करने के लिए गांव परखम गूजर में पुरानी पोखर की सफाई का काम चल रहा है।
शुक्रवार को खोदाई के दौरान किसी को लोहे का जूता मिल गया। चूंकि यह दिखने में चांदी के जैसा लगता है इससे पोखर के अंदर खजाने की अफवाह फैल गई। यह अफवाह सोशल मीडिया से होते हुए शहर तक पहुंची तो सोमवार को शहर के लोग भी पोखर को देखने के लिए गांव पहुंच गए। पता चला कि किसी ने अफवाह फैला दी है। इसे सोशल मीडिया ने ताकत दे डाली। ग्रामीण किसी भी तरह के खजाने की बात से इन्कार कर रहे हैं।
कोतवाली क्षेत्र के गांव परखम गूजर में ग्रामीण परशुराम गूजर ने बताया कि बरसात का पानी पोखर में एकत्रित करने के लिए 10 दिन से जेसीबी से खोदाई चल रही है। शुक्रवार को एक चांदी जैसे रंग का जूता मिट्टी के अंदर मिलने से खजाने की अफवाह उड़ गई। परशुराम ने बताया कि हर तीन या चार साल बाद पोखर की साफ-सफाई और खोदाई करवाई जाती है। उन्होंने बताया कि चांदी का जूता निकलने की बात कही जा रही है दरअसल, वह लोहे के जूते पर चांदी जैसी पालिश की गई है। पुराना चांदी का जूता जमीन के अंदर से निकलता तो वह चमकता नहीं, काला पड़ गया होता। परशुराम ने बताया कि किसी ने मजाक में इस तरह की हरकत करके अफवाह उड़ा दी और लोगों में भ्रम फैल गया।