Mathura Accident News: दिल्ली पुलिस में भर्ती होने का था सपना, कार ने 12 किलोमीटर घसीटा होनहार रिजपाल
Mathura News रिजपाल के छोटे भाई ने थाना मांट में कार चालक वीरेंद्र बघेल के विरुद्ध तेजी व लापरवाही से कार चलाकर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा लिखाया है। ...और पढ़ें

मथुरा, जागरण टीम। इटावा के बकेवर क्षेत्र के गांव के उरेंग के रहने वाले मूलचंद अपनी गरीबी के दिन बदलने के सपने अपने बड़े पुत्र रिजपाल में देखते थे, वे पलभर में टूट गए। गरीबी से अपने परिवार को मुक्त करने के लिए रिजपाल ड्राइविंग के साथ-साथ पढ़ाई भी करते थे। पिछले महीने हुई दिल्ली पुलिस में उपनिरीक्षक पद की परीक्षा में वह पांच अंक से पिछड़ गए थे। ब्ल्यू डाट कूरियर कंपनी से अवकाश लेकर बीकाम की परीक्षा की तैयारी करने के लिए घर जा रहे थे।
12वीं तक की है पढ़ाई
रिजपाल बचपन से ही होनहार थे। 12वीं की तक की पढ़ाई उन्होंने जवाहर नवोदय विद्यालय में की। गांव में खेती कम होने के कारण वह अपने छोटे भाई स्नेह बाबू के साथ अपने बहनोई जितेंद्र सिंह निवासी पंचशील भरोसा गाजियाबाद आ गए। फिर दिल्ली के संगम विहार में रहकर ब्ल्यू डाट कूरियर की गाड़ी चलाते थे, जबकि स्नेह बाबू ओला की गाड़ी अपने बहनोई के साथ गाजियाबाद में चला रहे हैं।
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जांच के बाद ही पता होगा दूसरी लेन पर कैसे आए रिजपाल
रिजपाल सोमवार की रात दिल्ली से इटावा के लिए निकले थे। पौने 11 बजे उन्होंने अपने भाई से फोन पर बात की और बताया कि वह ग्रेटर नोएडा के परी चौक पर हैं इटावा जा रहे हैं। वह ग्रेटर नोएडा से इटावा बस से आ रहे थे, तो उनकी यमुना एक्सप्रेस वे की लेन दूसरी थी। लेकिन,उनका शव आगरा से ग्रेटर नोएडा की तरफ जाने वाली लेन पर मिला।
दुर्घटनास्थल पर पर कोई कट भी नहीं है। सवाल यह है कि रिजपाल जब इटावा बस से जा रहे थे, तो यहां क्यों उतरे होंगे। अब तक की छानबीन में पता चला है कि मांट टोल से करीब 12किमी पहले खून और जूते पड़े मिले थे।
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आशंका है कि यहीं कार में रिजपाल का शव फंसा,लेकिन यहां कोई ऐसा कट नहीं है,जिससे एक लेन से दूसरी लेन पर पहुंच सकें। करीब एक किमी की दूर पर जरूर यू टर्न है,लेकिन जिस स्थान पर खून पड़ा मिला, वहां वह क्यों पहुंचेंगे।
पुलिस आशंका जता रही है कि बस से उतरने के बाद यू टर्न कर रिजपाल दूसरी लेन पर आ रहे होंगे,तभी किसी वाहन ने कुचल दिया होगा।

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