परिक्रमा मार्ग में बनी मानव श्रृंखला
परिक्रमा मार्ग में श्रीकृष्ण-राधा के जयघोष से परिक्रमा मार्ग में गुंजायमान हो गए
जागरण संवाददाता, मथुरा : अक्षय नवमी मंगलवार को है, लेकिन सोमवार से ही परिक्रमा लगने लगी। परिक्रमा मार्ग में आस्था की अविरल धारा बह निकली। परिक्रमा मार्ग में श्रीकृष्ण-राधा के जयघोष से परिक्रमा मार्ग में गुंजायमान हो गए।
अक्षय नवमी पर श्रद्धालु मथुरा के अलावा तीन वन (मथुरा, वृंदावन, गरुण गोविद) की परिक्रमा लगाते हैं। सोमवार को सुबह से ही श्रद्धालुओं ने परिक्रमा लगाना आरंभ कर दिया और देररात तक परिक्रमा मार्ग में मानव श्रृंखला बन गई। परिक्रमा मार्ग में मेला जैसा वातावरण नजर आ रहा था। परिक्रमार्थी चाट-पकौड़े का भी लुत्फ ले रहे थे। श्रद्धालुओं की आस्था ठाकुरजी की भक्ति का यशोगान कर रही थी। रात की हल्की ठंड पर आस्था हावी थी। श्रद्धालु भगवान श्रीराधाकृष्ण के जयघोष करते परिक्रमा कर रहे थे। आस्था की अविरल धारा से वातावरण में श्रद्धा की बयार बह निकली। भक्त सुधबुध खोए परिक्रमा कर रहे थे, विश्वास था कि ठाकुरजी मनोकामना अवश्य पूरी करेंगे। बच्चे, बुजुर्ग और जवान सभी ठाकुरजी की भक्ति से लबालब नजर आ रहे थे।