जननी और जन्मभूमि का स्थान स्वर्ग से श्रेष्ठ: देवी हेमलता
केशवधाम में चल रही नव दिवसीय श्रीमद्देवी भागवत के छठे दिन देवी हेमलता ने कहा माता का प्यार दुलार व वात्सल्य अतुलनीय है।
संवाद सहयोगी, वृंदावन: देवी हेमलता शास्त्री ने कहा जननी (माता) और जन्मभूमि का स्थान स्वर्ग से भी श्रेष्ठ व महान है। हमारे वेद, पुराण और धर्मग्रंथ सदियों से दोनों की महिमा का बखान करते रहे हैं।
केशवधाम में चल रही नव दिवसीय श्रीमद्देवी भागवत के छठे दिन देवी हेमलता ने कहा माता का प्यार, दुलार व वात्सल्य अतुलनीय है। इसी प्रकार जन्मभूमि की महत्ता हमारे समस्त भौतिक सुखों से कहीं अधिक है। लेखकों, कवियों व महामानवों ने जन्मभूमि की गरिमा और उसके गौरव को जन्मदात्री के तुल्य ही माना है। कहा, जिस प्रकार माता बच्चों को जन्म देती है और उनका लालन-पालन करती है, अनेक कष्टों को सहते हुए भी बालक की खुशी के लिए अपने सुखों का परित्याग करने में भी नहीं चूकती उसी प्रकार जन्मभूमि जन्मदात्री की भांति ही अनाज उत्पन्न करती है।
केशव धाम चल रही श्रीमद्देवी भागवत में गुरुवार को यजमान वरिष्ठ पार्षद राधाकृष्ण पाठक व उमेश अग्रवाल ने भागवतजी का पूजन किया। कथा प्रांगण में मां भारती की झांकी निकाली। श्रोताओं के हाथों में तिरंगा झंडा ओर बंदे मातरम की गूंज से सारा माहौल गूंज उठा। उपजिलाधिकारी क्रांति शेखर, जिला प्रचारक मनोज, जिला कार्यवाह अरुण कुमार, प्रांत संगठन मंत्री संस्कृत भारती श्रवण कुमार, गो संवर्धन प्रमुख लोकेश्वर प्रताप, अनिल, केशव धाम संजय,यतेंद्र प्रताप, विजय राघव, महेश मौजूद रहे।