रात में मच्छरों से दिन में लट्ठों से जंग
नालियों के अभाव में लोगों ने घरों के आगे बना रखे हैं कुंड, गंदे पानी को लेकर आए दिन होते हैं यहां झगड़े, फूटते सिर
मथुरा, जासं। तैयापुर की सीसी सड़क के एक ओर निगम की सीमा है तो दूसरी ओर ग्राम सभा की। सड़क के दोनों ओर ही नालियां नहीं हैं। जिसके आसपास खाली प्लाट है, उसने नाली उसी में खोल दी, शेष ने घरों के आगे गड्ढा खोद रखा है, जब भर जाता है तो सड़क पर खाली कर देते हैं। पानी दूसरे के दरवाजे पहुंचते ही लाठियां चल जाती हैं। गंदगी सड़क और गड्ढों में भरी पड़ी होने के कारण भीषण सर्दी में भी मच्छर रात में सोने नहीं देते।
राया रोड पर तैयापुर सड़क पर रेलवे पटरी किनारे बायीं ओर शिव नगर, अंबेडकर नगर आदि कॉलोनियां नगर निगम में आती हैं। यहां घरों के आगे नालियां नहीं हैं। लोगों ने अपने घरों की नालियां प्लाटों में निकाल दी हैं। जिनके आसपास यह सुविधा नहीं है उन्होंने घर के दरवाजे पर ही गड्ढा खोद दिया है। परिवार की जरूरत के हिसाब से किसान का तीन तो किसी का चार दिन में गड्ढा पानी से लबालब हो जाता है। इसे बाल्टियां से सड़क पर उड़ेल दिया जाता है। यही बनती है झगड़े की वजह, कारण पानी सड़क पर बिखरकर कई लोगों के दरवाजे तक पहुंच जाता है। यहां रहने वाले लोग गंदगी के कारण परेशान हैं। मच्छरों के कारण उनका रात में सोना तक दुश्वार हो चला है। ये पानी के गड्ढे देख रहे हैं साहब, इनमें इतने मच्छर हैं कि रात में सोने नहीं देते, दिन में यही पानी लाठियां चलवा देता है। आखिर पानी की धार को कोई रोक पाया है।
लीलावती, स्थानीय निवासी यहां तो साफ-सफाई की कोई सुविधा नहीं है। पानी की निकासी का कोई प्रबंध नहीं है। बारिश के दिनों में तो यहां के हालात और भी ज्यादा बदतर हो जाते हैं। पता नहीं कब हालात सुधरेंगे।
इतवारी लाल, स्थानीय निवासी