मथुरा की लोकसभा सीट हमारी प्रतिष्ठा का सवाल : चारू
रालोद के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व सांसद जयंत चौधरी की पत्नी चारू चौधरी ने कहा कि मथुरा की सीट राष्ट्रीय लोकदल की प्रतिष्ठा का सवाल है। इसलिए सभी को सारे मतभेद भुलाकर एकजुट हो जाना है जिससे जीत को सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने चुनावों में कोई गलती न करने का भी आह्वान किया है।
जेएनएन: मथुरा: रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व सांसद जयंत चौधरी की धर्मपत्नी चारू चौधरी ने मथुरा लोकसभा सीट को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ा और कहा कि पंद्रह दिन तक सभी कार्यकर्ता मतभेद भुलाकर चुनाव में जुट जाएं। परिणाम हमारे पक्ष में होगा।
कोसीकलां में शुक्रवार को एनएस पैलेस में हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में चारू चौधरी ने कहा कि ये रालोद की कर्मभूमि रही है। कार्यकर्ताओं ने कभी भी मायूस नहीं किया। हमेशा मेहनत और परिश्रम के दम पर चुनावों में पार्टी का झंडा बुलंद किया है। परिवार में बहुत सारी बातें हो जाती है, लेकिन मुझे भरोसा है कि आप चौधरी साहब और जयंत चौधरी को बहुत मानते हैं। उनके निर्णय का सम्मान जीत के साथ करेंगे। कार्यकर्ता और पदाधिकारियों के सम्मान पर आंच नहीं आने दी जाएगी। गठबंधन के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए कंधे से कंधा मिलाकर काम करने का आह्वान किया। कहा कि जैसी साझेदारी बड़े नेताओं में है वहीं कार्यकर्ताओं में होनी चाहिए। पूर्व मंत्री ठाकुर तेजपाल सिंह ने कहा कि कार्यकर्ता चौधरी साहब के निर्णय के साथ वह खड़े हैं। यहां से गठबंधन प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित है। अतुल सिसौदिया ने कहा कि सभी एकजुट होकर चुनाव प्रचार करेंगे। विक्रम सिंह, रामरसपाल सिंह पौनियां, डालचंद चौधरी, राजू चौधरी, विस महासचिव महेंद्र सिंह, यदुवीर सिंह सिसौदिया, जिला पंचायत सदस्य अंगद, कालीचरन, महावीर प्रधान, राजेश, रेवती ठाकुर, मीडिया प्रभारी उमेश चौधरी, जीतू, सतीश, जमुना चौधरी, महेंद्र प्रधान और उपस्थित थे। इसके बाद चारू चौधरी ने मांट में हुई नुक्कड़ सभा में कहा कि रालोद पिछला चुनाव जरूर हार गया, लेकिन कार्यकर्ताओं ने हिम्मत नहीं हारी है। उन्होंने कहा कि इस बार महागठबंधन की ताकत साथ है। महागठबंधन प्रत्याशी के लिए वोट मांगते हुए कहा कि नरेंद्र सिंह स्थानीय प्रत्याशी हैं और आपके बीच ही रहेंगे। रालोद नेता योगेश नौहवार ने कहा कि यह लड़ाई वास्तव में बांके बिहारी और मुंबई के बीच की है। एकाग्र राज सिंह ने अपने पिता के लिए झोली फैला कर वोट मांगे। पूर्व प्रमुख सुखवीर सिंह, पूर्व प्रधान नेम सिंह, भगवान सिंह, सुरेश रावत, भूपेंद्र सिंह राजपूत, अशोक चौधरी, चतुर्भुज निषाद, रविन्द्र नरवार, शैलेंद्र सिंह मौजूद रहे।