भक्तों की भरमार, कैसे बने कतार
ठा. बांकेबिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या में हो रही बढ़ोतरी ने बढ़ाई प्रबंधन की मुश्किल
संवाद सहयोगी, वृंदावन: वर्ष के अंतिम दिनों में ठा. बांकेबिहारी मंदिर भक्तों की भीड़ से गुलजार है। मंदिर के अंदर ही नहीं बाहर भी भक्तों का हुजूम उमड़ रहा है। ऐसे में मंदिर प्रबंधन द्वारा की गई कतार से श्रद्धालुओं को दर्शन कराने की व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। लगातार बढ़ती भक्तों की संख्या ने न केवल व्यवस्थाओं और सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ा रखी हैं, बल्कि मंदिर प्रबंधन का भी सिरदर्द बढ़ा दिया है। मंदिर प्रबंधन ने साल के अंतिम दो दिन और नए साल के पहले दिन मंदिर में आनलाइन बुकिग करवाकर आने वाले भक्तों को ही दर्शन की अनुमति देने का मन बनाया है।
गुजरते साल को विदाई और नए साल का इस्तकबाल ठा. बांकेबिहारी की शरण में करने के उद्देश्य से देशभर से लाखों श्रद्धालुओं ने वृंदावन में डेरा डालना शुरू कर दिया है। लंबे समय बाद वृंदावन में भक्तों की भीड़ हर ओर नजर आ रही है। ये वृंदावन में व्यापार के उद्देश्य से भले ही अच्छा संकेत हो। लेकिन, कोरोनाकाल के लिए बड़ा खतरा भी बन सकता है। ठा. बांकेबिहारी मंदिर में प्रबंधन के लाख प्रयासों के बावजूद कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन नहीं हो पा रहा है। लगातार श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हो रहा है। मंदिर प्रबंधन 30 दिसंबर से 1 जनवरी तक आनलाइन बुकिग करवाने वाले श्रद्धालुओं को ही दर्शन की अनुमति के अपने निर्णय पर अडिग है। लेकिन भक्तों की बढ़ती भीड़ भी प्रबंधन के लिए सिरदर्द बनती नजर आ रही है।