ट्रांसपोर्टर की हड़ताल से धान व्यापारियों में मची खलबली
मथुरा मंडी से पंजाब, हरियाणा और दिल्ली धान भेजने वाले ट्रांसपोर्टर गुरुवार की सुबह हड़ताल पर चले गए। वह मंडी से लेकर चावल मिल तक धान पहुंचाने में घट रहे वजन की दर को बढ़ाने और बोरी समेत वजन के भाड़े दिए जाने की मांग कर रहे थे। शाम को कुछ व्यापारियों ने ट्रांसपोर्टर की वजन दर बढ़ाने की मांग स्वीकार ली। इसके बाद ही उन्होंने धान के लदान को ट्रक मंडी भेजे, जबकि अधिकांश व्यापारियों का माल मंडी में ही पड़ा है।
जागरण संवाददाता, मथुरा: मथुरा मंडी से पंजाब, हरियाणा और दिल्ली धान भेजने वाले ट्रांसपोर्टर गुरुवार की सुबह हड़ताल पर चले गए। वह मंडी से लेकर चावल मिल तक धान पहुंचाने में घट रहे वजन की दर को बढ़ाने और बोरी समेत वजन के भाड़े दिए जाने की मांग कर रहे थे। शाम को कुछ व्यापारियों ने ट्रांसपोर्टर की वजन दर बढ़ाने की मांग स्वीकार ली। इसके बाद ही उन्होंने धान के लदान को ट्रक मंडी भेजे, जबकि अधिकांश व्यापारियों का माल मंडी में ही पड़ा है।
मथुरा मंडी से धान की खरीद कर पंजाब, हरियाणा और दिल्ली की धान मिलों पर भेजने का काम करीब पांच दर्जन व्यापारी कर रहे हैं। रोजाना ढाई-तीन करोड़ का धान यहां से खरीद कर भेजा जा रहा है। इसकी ढुलाई का काम पच्चीस ट्रांसपोर्टर करते हैं। एक ट्रक धान पर व्यापारी नमी की सूख पर पचास किलोग्राम की छूट देते हैं, जबकि 55 किलोग्राम के बोरा पर व्यापारी 54 किलोग्राम की बिल्टी बनाई जा रही है। भाड़ा 54 किलोग्राम का दिया जा रहा है। ट्रक ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष धर्मवीर चौधरी ने बताया कि ट्रांसपोर्टर पचास से छूट को बढ़ाकर सौ किलो करने की मांग कर रहे हैं। ट्रक में जितना वजन है, उसका भाड़ा मांग रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि वारदाना वापस लाने का भाड़ा दिया जा रहा है। दुबारा भाड़े की मांग करना अनुचित है। इसी को लेकर ट्रांसपोर्टर ने मंडी में ट्रक नहीं भेजे थे। कुछ व्यापारियों ने ट्रांसपोर्टर की शर्त मान ली हैं, उनका माल उठाया जा रहा है।