पीडब्ल्यूडी ने एनएचआइ को सौंपा स्टेट हाईवे, एनएच 530 बी के नाम से जानेंगे
फोर लेन का भी होना काम, राया बाइपास के निर्माण के बढ़ी संभावनाएं, विधानसभा में उठा था सवाल
मथुरा, जासं। पीलीभीत-बरेली से हाथरस होते हुए भरतपुर तक जाने वाले स्टेट हाईवे लोक निर्माण विभाग के हाथ चला गया है। पिछले महीने इसको नेशनल हाईवे ऑथारिटी ऑफ इंडिया को ट्रांसफर कर दिया गया। अब इसको एनएच 530 बी के नाम से जाना जाएगा। इसके साथ ही मार्ग को फोरलेन किए जाने और राया में बाइपास के निर्माण जल्द होने की भी संभावना बढ़ गई है।
पीलीभीत-बरेली से हाथरस होते भरतपुर तक गुजरने वाले मार्ग का करीब पचास किलोमीटर हिस्सा मथुरा होकर गुजरता है। लोक निर्माण विभाग के निर्माण खंड में करीब 24 किमी और शेष प्रांतीय खंड में हैं। पिछले महीने 17 जनवरी को इस मार्ग को नेशनल हाईवे को ट्रांसफर कर दिया था। विभाग ने मार्ग से संबंधित दस्तावेज भी एनएचआइ को उपलब्ध करा दिए हैं। मार्ग का गजट पिछले साल 6 फरवरी 2018 को हो गया था। एनएचआइ को इस मार्ग का विकास करना है। इसको फोनलेन किए जाने का प्रस्ताव पहले से ही था, लेकिन अब दोबारा से डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट एनएचआइ बना रही है। फिलहाल मार्ग की स्थिति ठीक नहीं हैं। लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड के अधिशासी अभियंता सूरज कुमार ने बताया कि पीलीभीत बरेली भरतपुर मार्ग से संबंधित सभी काम अब एनएचआइ को करने हैं।
गोकुल विधान सभा क्षेत्र के भाजपा विधायक पूरन प्रकाश ने बताया कि राया में जाम की समस्या है। इससे छुटकारा दिलाने के लिए बाइपास निर्माण का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। विधान सभा में इस मामले को उठाया गया था। एनएचआइ के हिस्से में जाने से मार्ग का चौड़ीकरण कराने और राया में बाइपास के निर्माण कराने के लिए एनएचआइ के अधिकारियों से कहा गया है।