प्रभारी मंत्री ने श्रमदान कर किया जल संचय योजना का शुभारंभ
गोवर्धन संसू। ग्राम पंचायत जुनसुटी में जल संरक्षण एवं वर्षा जल संचयन अभियान का शुभारंभ करते हुए कहाकि प्रधानमंत्री ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा गया है। सिचाई के लिए पानी की किल्लत न हो इसके लिए ताल पोखरों को जीवित करना जरूरी है। बारिश के पानी को प्राकृतिक जलाशय में एकत्र कर हम जल संरक्षण कर सकते हैं। कुमरघड़ा तालाब को वास्तविक स्वरूप में जीवित किया जाएगा।
संवाद सूत्र, गोवर्धन: ग्राम पंचायत जुनसुटी में प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी ने जल संरक्षण एवं वर्षा जल संचयन अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है। सिचाई के लिए पानी की किल्लत न हो, इसके लिए ताल, पोखरों को जीवित करना जरूरी है। बरसात के पानी को प्राकृतिक जलाशय में एकत्र कर हम जल संरक्षण कर सकते हैं। कुमरघड़ा तालाब को वास्तविक स्वरूप में जीवित किया जाएगा।
शनिवार को पंचायत राज मंत्री और जिला प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी ने जुनसुटी के कुमरघड़ा तालाब में फावड़ा से मिट्टी खोदकर, श्रमदान कर योजना का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री जल संचय योजना की शुरुआत की गई है। इसके तहत ताल, पोखरों को उनके वास्तविक स्वरूप में लाया जाएगा। इस मौके पर प्रधानमंत्री का पत्र भी पढ़कर सुनाया गया।
विधायक कारिदा सिंह ने कहा कि घरेलू, कृषि संबंधी कार्य के लिए पानी की मांग बढ़ रही है। इसे पूरा करने के लिए जल संचयन जरूरी है। डीएम सर्वज्ञराम मिश्र ने कहा कि जल एक ऐसी संपदा है जिसका तकनीकी प्रक्रिया से जब चाहें तब उत्पादन या संचयन नहीं कर सकते हैं। प्रभारी मंत्री ने लोगों को जल संचयन की शपथ दिलाई। विधायक कारिदा सिंह ने प्रभारी मंत्री का स्मृति चिन्ह भेंट किया।
इस मौके पर सीडीओ रामनेवास, ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि बाबूलाल, प्रधान राजपाल सिंह, खंड विकास अधिकारी श्वेतांक पांडे, रामवीर सिंह, लेखपाल योगेंद्र सिंह, मानदास, हरकेश, भगत सिंह, मास्टर नत्थी सिंह आदि मौजूद थे।