शिक्षक भर्ती घोटाले के दस्तावेज नहीं लगे हाथ
मथुरा: शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच को आगे बढ़ाने के लिए पुलिस के हाथ अभ
जागरण संवाददाता, मथुरा: शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच को आगे बढ़ाने के लिए पुलिस के हाथ अभी सभी दस्तावेज नहीं लगे हैं। 12 हजार शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच को एसआइटी बनाई गई है। इस प्रकरण में पूर्व बीएसए संजीव कुमार ¨सह द्वारा पटल बाबू महेश शर्मा सहित 33 के खिलाफ एफआइआर कराई गई है।
शिक्षक भर्ती घोटाले से संबंधित दस्तावेज बीएसए कार्यालय के एक कमरे में बंद हैं। यह कूटरचित दस्तावेज पुलिस की जांच को आगे बढ़ाने में सहायक होंगे। पुलिस पता लगाना चाहती है कि कूटरचित दस्तावेज कहां और कैसे तैयार किए जाते थे। पुलिस का अनुमान है कि 200 लोगों का रैकेट शिक्षक भर्ती घोटाले में शामिल है। पुलिस रैकेट के सभी सदस्यों पर कार्रवाई कर रैकेट का अंत करना चाहती है। हालाकि पटल बाबू महेश शर्मा 29 हजार शिक्षक भर्ती घोटाले में एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है। महेश शर्मा 12 हजार शिक्षक भर्ती घोटाले का मास्टर माइंड भी माना जा रहा है। पूर्व बीएसए संजीव कुमार ¨सह द्वारा महेश शर्मा सहित 33 कूटरचित दस्तावेज से नौकरी पाने वाले शिक्षकों के खिलाफ एफआइआर कराई गई है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि अभी घोटाले से जुड़े सभी दस्तावेज पुलिस को नहीं मिल सके हैं। पुलिस ने कई संदिग्ध चिन्हित किए हैं। अभी और भी फर्जी शिक्षक आ सकते हैं सामने
मथुरा: 29 हजार शिक्षक भर्ती घोटाले में 108 शिक्षकों का कूटरचित दस्तावेज के आधार पर नौकरी पाने का प्रकरण सामने आने के बाद खलबली मची है। इस भर्ती में 257 शिक्षक पदभार ग्रहण कर चुके हैं। संभावना जताई जा रही है कि इनमें भी कुछ शिक्षक कूटरचित दस्तावेज से नौकरी पाने में सफल हो गए हैं। इन शिक्षकों के दस्तावेज की भी एक बार फिर जांच हो सकती है।