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मतदानकर्मियों के हाथ में आई चुनाव की कमान

मंडी समिति से सुरक्षा के साथ रवाना हुईं पोलिग पार्टियां महिला बच्चों के साथ तो पुरुष लाठी लेकर गए ड्यूटी पर

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Apr 2019 12:23 AM (IST)Updated: Thu, 18 Apr 2019 06:13 AM (IST)
मतदानकर्मियों के हाथ में आई चुनाव की कमान

मथुरा, जासं। लोकसभा चुनाव 2019 के लिए मतदान कर्मियों ने कमान संभाल ली है। बुधवार को पोलिग पार्टियां इस महापर्व को संपन्न कराने के लिए उत्साह के साथ मंडी समिति से रवाना हो गईं। पोलिग पार्टियां के सदस्यों को कुछ न कुछ परेशानी थीं, लेकिन 18 अप्रैल के महायज्ञ का हिस्सा बनने पर खुशी थी। डीएम सहित सभी अधिकारी मंडी समिति में व्यवस्थाओं पर नजर रख रहे थे।

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जिले में 2014 बूथों पर मतदान होना है। मतदान के लिए 2014 पोलिग पार्टियों के अलावा 10 फीसद अतिरिक्त पोलिग पार्टियों को प्रशिक्षण दिया गया, ताकि ईवीएम से मतदान कराने में कोई दिक्कत नहीं आए। बुधवार को ही पोलिग पार्टियां मंडी समिति से सुरक्षा के साथ रवाना की गईं। डीएम सर्वज्ञराम मिश्र सहित पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मंडी समिति में ही डेरा डाले रहे।

अपने काम बाद में, पहले लोकतंत्र के पर्व में ड्यूटी

मथुरा: मतदान कर्मियों के दिल और दिमाग में लोकतंत्र के महापर्व का खुमार सिरचढ़ कर बोल रहा था। किसी के घर में शादी थी तो कोई लाठी के सहारे चल रहा था। मतदान कर्मी इस महायज्ञ के पंडित बने थे, इसलिए खुशी और परेशानी दरकिनार कर दीं। सभी कह रहे थे अपने काम बाद में, लोकतंत्र का काम पहले करना है। बेटे सर्वेश की शादी 19 अप्रैल की है। घर में रिश्तेदार आ चुके हैं और अभी खरीदारी भी पूरी नहीं हुई है। मतदान के लिए प्रशिक्षण लेने के कारण खरीदारी पर भी ध्यान नहीं दिया है, लेकिन लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व का हिस्सा बनना सुखद एहसास है। इसलिए सभी जिम्मेदारी परिवार पर छोड़ दी हैं। मतदान कराने के बाद बेटे की शादी में शामिल हो जाएंगे।

राजू, अंतापाड़ा दिव्यांगता दिमाग में हावी नहीं होनी चाहिए। भले ही एक हाथ नहीं हैं, लेकिन इस दिव्यांगता को अपने ऊपर सवार नहीं होने दिया है। वह चुनाव कराने तो नहीं जा पाते हैं, लेकिन हंसी-खुशी चुनाव कर्मियों को सामान वितरण कराने की ड्यूटी करते हैं।

दिनेश कुमार, गोवर्धन पैर से चलने में ही तो परेशानी होती है, लेकिन चुनाव कराने में कोई दिक्कत नहीं आती है। जब अधिकारियों ने चुनाव में ड्यूटी लगाई है तो इस जिम्मेदारी को निभाने से पीछे नहीं रहना चाहते हैं।

चोब सिंह, वेटेरिनरी कॉलेज चुनाव में ड्यूटी देना देश प्रेम है। इस महापर्व में भी ड्यूटी करने में हिचकिचाहट होगी तो यह यज्ञ कैसे पूरा होगा। चुनाव में ड्यूटी देना अपना कर्तव्य समझना चाहिए।

डॉ. अजयकृष्ण सारस्वत, प्रधानाचार्य सेठ बीएन पोद्दार कॉलेज


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