अमृत और हेरिटेज योजनाओं को परखेंगे निगम के पार्षद
जागरण संवाददाता, मथुरा: केंद्र सरकार की योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए मथुरा-वृंदावन नगर ि
जागरण संवाददाता, मथुरा: केंद्र सरकार की योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए मथुरा-वृंदावन नगर निगम के मेयर और पार्षदों के 15 सदस्यीय दल का प्रशिक्षण चंडीगढ़ के पंचकुला में गुरुवार को पूरा हो गया। पार्षदों को केंद्रीय योजना की डीपीआर डिजाइन करने में जनप्रतिनिधियों की भूमिका न होने पर उनकी सहभागिता के बारे में मुख्य रूप से समझाया गया।
केंद्र की अमृत योजना के अंतर्गत इंस्टीट्यूट फार स्पेशल प्ला¨नग एंड एनवायरमेंट रिसर्च इंडिया के अधिकारियों ने दूसरे दिन गुरुवार को योजनाओं के प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के बारे में बताया। इन प्रोजेक्ट के ड्राफ्ट में केंद्र सरकार से लेकर प्रदेश और नगरों तक जनप्रतिनिधियों की सहभागिता तय नहीं की गई है, क्योंकि ड्राफ्ट तैयार करते समय इस पर किसी स्तर से जनप्रतिनिधियों के शामिल करने की अनिवार्यता नहीं बताई गई, लेकिन बिना जनप्रतिनिधियों के सक्रिय हुई केंद्रीय योजनाएं धरातल पर सही रूप में नहीं उतर सकती हैं।
बताया गया कि विस्तृत परियोजना रिपोर्ट डिजाइन करते समय जनसंख्या और एरिया का खास ख्याल रखा जाता है और जनसंख्या को जोन बनाकर वर्गीकृत करके एसटीपी, एसपीएस, स्टोर्म वाटर, ड्रैनेज, सीवरेज आदि योजनाएं तैयार की जाती हैं। सबसे प्रमुखता से लेब¨लग का ख्याल रखा जाना चाहिए और प्रशिक्षित पार्षद अपने क्षेत्र में चल रही योजनाओं में उक्त मानकों के हिसाब से न केवल निरीक्षण कर सकते हैं, बल्कि अपनी रिपोर्ट भी तैयार कर सकते हैं, ताकि सुंदरीकरण आदि में योजनाएं जनता की अपेक्षा पर खरी उतर सकें।
नगर निगम की टीम को अंत में एक अपशिष्ट प्रबंधन प्लांट का निरीक्षण भी कराया गया। बाद में सभी को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। टीम में मेयर डॉ. मुकेश आर्यबंधु समेत पार्षद हेमंत अग्रवाल, राजीव ¨सह ¨पटू, रामदास चतुर्वेदी, रश्मि शर्मा, दीपका रानी, विष्णु चौधरी, विनोद भारद्वाद, मेघश्याम सैनी, रूप ¨सह पटेल, अंशुल यादव, हेमंत भारती, गो¨वद ¨सह, पुष्पेंद्र ¨सह शामिल थे।