बीस लाख की फिरौती वसूलने के लिए दोस्तों ने की थी बबलू की हत्या
बबलू हत्याकांड में दो बदमाश अलग-अलग स्थानों से किए गिरफ्तार एक को गोली लगी
मथुरा, जेएनएन। हाईवे थाना क्षेत्र के देवीपुरा से दो दिन पहले अगवा कर की गई बबलू की हत्या का पर्दाफाश पुलिस ने कर दिया। एक आरोपित का सामना गुरुवार तड़के स्वाट और फरह पुलिस से गांव झंडीपुर के समीप हो गया। दोनों तरफ से हुई फायरिग में पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। उसके पैर में गोली लगी है। दूसरे आरोपित को पुलिस ने जयगुरुदेव मंदिर के समीप से गिरफ्तार किया। फिरौती वसूलने के लिए बबलू को अगवा किया गया। बाद में दोस्तों ने उसे मौत के घाट के उतार दिया।
गांव देवीपुरा निवासी सोहनलाल के पुत्र बबलू को उसके दोस्त हाईवे थाना क्षेत्र के सराय आजमा बाद निवासी जितेश पुत्र बनवारी लाल और चांमुडा कॉलोनी पंचवटी सरस्वती कुंड निवासी संजय उर्फ बाली उर्फ विजय सिंह पुत्र गुल्ला ने 25 जून 2019 की शाम चार बजे गोकुल रेस्टोरेंट पर बुलाया। दोनों पड़ोसी की स्विफ्ट कार से बबलू को छाता ले गए। वहां बियर में नशीली गोलियां मिला दी। इसके बाद संजय उर्फ बाली ने गमछे से उसका गला दबाया और हत्या कर बबलू के शव को गरुड़ गोविन्द मंदिर-सेही परखम मार्ग पर एक बाउन्ड्री वाल के पीछे फेंक दिया। इसके बाद बबलू के मोबाइल से परिजनों से बात करके 20 लाख रुपये की मांग की थी। एसएसपी शलभ माथुर ने इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए स्वाट और हाईवे पुलिस को लगाया था। हाईवे पुलिस ने जितेश को दूसरे दिन ही गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पुलिस टीम विजय सिंह उर्फ बाली की तलाश में लग गई। बुधवार की रात को स्वाट को संजय की की लोकेशन हाईवे पर मिली। स्वाट प्रभारी निरीक्षक संजीव चौधरी ने बताया कि टीम उसके पीछे लग गई। टोल पर फरह पुलिस ने संजय की गाड़ी को रोकने का प्रयास किया तो वह गांव झंडीपुर मार्ग पर स्कार्पियों से भागा, लेकिन रेलवे क्रॉसिग बंद थी। खेतों में भागते हुए आरोपित ने पुलिस पर फायरिग की और पुलिस ने भी जवाब में गोलियां चलाई। गोली लगने से संजय घायल हो गया। घायल बदमाश को पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया। ये बरामदगी: स्कार्पियो यूपी 85, एजे 0051, स्विफ्ट वीडीआइ डीएल 12टीक्यू 5864, मृतक बबलू की अंगूठी और मोबाइल, एक तमंचा, हत्या में प्रयुक्त गमछा। ये रहे टीम में शामिल: स्वाट प्रभारी निरीक्षक संजीव चौधरी, इंस्पेक्टर फरह उत्तम चंद पटेल, एसआइ विनोद कुमार, विपिन कुमार, राजीव कुमार और कांस्टेबल अवनीश कुमार, सुरेन्द्र कुमार, गौतम सिंह, सोनू भाटी, अनिल प्रताप, सौरभ कुमार।