गीता शोध संस्थान को मिले एक करोड़
जागरण संवाददाता, मथुरा: वृंदावन में गीता शोध संस्थान बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने मंजूरी दे दी है
जागरण संवाददाता, मथुरा: वृंदावन में गीता शोध संस्थान बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने मंजूरी दे दी है और इसके लिए संबंधित मंत्रालय ने एक करोड़ रुपये टोकन मनी के रूप में जारी भी कर दिए हैं। संभव है कि वृंदावन शोध संस्थान के पास ही गीता शोध संस्थान का निर्माण किया जाए।
जीएलए विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय ब्रज लिटरेचर फेस्टिवल के अवसर पर कैबिनेट मंत्री चौ. लक्ष्मीनारायण ने कहा कि ब्रज में जहां देखो वहां मंदिर हैं। ब्रज में बाल लीलाओं, कृष्ण की वीतिकाओं, लोकगायन जैसे तमाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों को लोग भूलते जा रहे हैं। उनके अनुरोध पर ब्रज के साहित्य को संजोने के लिए मुख्यमंत्री ने वृंदावन में गीता शोध संस्थान को मंजूरी दे दी है। इसमें ब्रज का पुराना साहित्य, लोकगायन जैसी तमाम लीलाओं को संजोया जाएगा। यही नहीं मुख्यमंत्री ने स्कूलों में लोकगायन, ब्रज साहित्य पर लीलाओं की ट्रे¨नग कराने के निर्देश भी जारी किए हैं।
उन्होंने कहा कि जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा ब्रजभूमि के लिए सोने में सुगंध है। जीएलए ने शिक्षा और प्लेसमेंट के दौर में चार चांद लगाए हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धि पर कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल को बधाई दी।
इससे पूर्व खाद्य और औषधि के प्रशासनिक प्रमुख एवं कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि चंदन पांडेय ने भी विचार व्यक्त किए। कुलपति प्रो. दुर्ग ¨सह चौहान ने सभी का परिचय कराया। सेक्रेटरी सोसायटी एवं कोषाध्यक्ष नीरज अग्रवाल, निदेशक प्रो. अनूप कुमार गुप्ता, कुलसचिव अशोक कुमार ¨सह, ब्रज लिटेरेरियो की मेंटर डॉ. ममता भटनागर ने मंत्री को बुके भेंटकर सम्मानित किया। इस मौके पर विभागाध्यक्ष नितिन भटनागर, योगेंद्र कुमार, लिटेरेरियो क्लब के प्रेसीडेंट उमंग ¨सह, महासचिव दीपक भदौरिया, वाइस प्रेसीडेंट प्रभांकर, प्रियांशु, राजकुमार आदि उपस्थित थे।
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गीता शोध संस्थान के लिए टोकनमनी के तौर पर मेरे मंत्रालय ने एक करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं। इस संस्थान के लिए जमीन भी खोज ली गई है। संभवत: इसका निर्माण वृंदावन शोध संस्थान के पास ही किया जाएगा।
चौ. लक्ष्मीनारायण, कैबिनेट मंत्री प्रदेश सरकार