केशवदेव मंदिर से गजनवी ऊंटों पर ले गया सोना
कई दिन श्रीकृष्ण जन्मस्थान के केशवदेव मंदिर में की थी लूटपाट सोने-चांदी की प्रतिमाएं देख दंग रह गया था मुगल शासक
जागरण संवाददाता,मथुरा: महमूद गजनवी के आक्रमण के समय श्रीकृष्ण जन्मस्थान स्थित मंदिर में अथाह संपत्ति थी। सोने-चांदी की विशाल आदमकद मूर्तियों में हीरे-जवाहरात जड़े थे। यह देख गजनवी दंग रह गया था। मंदिर से मिले खजाने को वह ऊंटों पर लादकर अपने देश ले गया था।
महमूद के मथुरा आक्रमण का वर्णन उसके सचिव अलउत्बी ने अपनी किताब तारीख-ए-यामिनी में किया है। आज जहां श्रीकृष्ण जन्मस्थान है, वहां पहले केशव देव मंदिर था। पौराणिक मान्यता है कि इस मंदिर की स्थापना भगवान श्रीकृष्ण के प्रपौत्र बज्रनाभ ने की थी। चौथी शताब्दी में विक्रमादित्य ने इसका जीर्णोद्धार कराया था। तब यह मंदिर भव्य और विशाल था।
ब्रज संस्कृति शोध संस्थान वृंदावन के सचिव लक्ष्मी नारायण तिवारी ने बताया कि वर्ष 1018 में सुल्तान महमूद ने महावन और फिर मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर बने केशव देव मंदिर पर आक्रमण किया था। लक्ष्मी नारायण तिवारी बताते हैं कि तारीख-ए-यामिनी में अलउत्बी ने लिखा है कि केशवदेव मंदिर में सोने की पांच मूर्तियां थीं, इनमें आंखों में माणिक्य जड़े थे। मंदिर में बड़े स्तर पर सोना मिला। सोना इतना था कि उसे ले जाना सामान्य तरीके से संभव नहीं था। इसलिए उसने काफी सोना गला दिया था। महमूद गजनवी ने सोना ले जाने के लिए ऊंटों का इस्तेमाल किया था। अलउत्बी ने अपनी पुस्तक में लिखा था कि श्रीकृष्ण जन्मस्थान में पूर्व में स्थित केशव देव मंदिर में सोने, चांदी और अन्य जेवरात को देख महमूद गजनवी दंग रह गया था। कई दिन तक उसने मंदिर में लूटपाट की थी।