गर्मी शुरू होने से पहले ही सूख गए 17 नलकूप
जागरण संवाददाता, मथुरा: गरमी का सीजन अभी शुरू नहीं हुआ है, लेकिन जमीन के अंदर से पानी ख
जागरण संवाददाता, मथुरा: गरमी का सीजन अभी शुरू नहीं हुआ है, लेकिन जमीन के अंदर से पानी खत्म होना शुरू हो चुका है। गरमी आने से पहले ही नगर निगम के 17 नलकूप री-बो¨रग मांग रहे हैं। ये ऐसे इलाकों में होनी है, जहां मशीन नहीं लग सकती और मैनुअली काम कराने के लिए नगर निगम में भुगतान दरें निर्धारित नहीं हैं, लिहाजा री-बो¨रग में समय लग सकता है। इस बीच आधा दर्जन से अधिक नलकूप बिजली कनेक्शन के अभाव में शुरू नहीं हो पा रहे हैं।
मथुरा-वृंदावन नगर निगम शहर में 168 नलकूपों से पेयजल सप्लाई करा रहा है, लेकिन इनमें 17 नलकूप सूख चुके हैं। इनमें अब पहले से हल्की मोटर पड़ेगी और बो¨रग भी करानी पड़ेगी, तब ये चालू हो पाएंगे। री-बो¨रग मांग रहे ये नलकूप ऐसी तंग गलियों में हैं, जहां मशीन से खोदाई नहीं हो सकती। जाहिर है यहां मैनुअली ही बो¨रग करानी पड़ेगी।
नगर निगम का जलकल विभाग मैनुअली काम कराने से हिचक रहा है, वह इसलिए कि मैनुअली लेबर से काम कराने के एवज में भुगतान की दरें निगम में निर्धारित नहीं हैं। जलकल के अधिकारी इसका मसौदा तैयार कर रहे हैं। फिलहाल इसी वजह से री-बो¨रग रुकी हुई है, जबकि अगले महीने होलिका दहन होते ही तापमान बढ़ना शुरू होने के पूरे आसार हैं।
इस बीच टीला आबादी में आधा दर्जन से अधिक नलकूप बनकर तो तैयार हो चुके हैं, लेकिन उनको बिजली कनेक्शन अभी तक नहीं मिले हैं, इस वजह से इनकी पेयजल सप्लाई भी शुरू नहीं हो पा रही है। सर्दियों के सीजन में कई नलकूप लगातार खराब हुए हैं तो कई की मोटर भी लगातार फुंकी हैं। समस्या इनकी भी है, ऐसे में गर्मी शुरू होते ही नगर में पेयजल किल्लत होने की पूरी आशंका है।
महापौर डा. मुकेश आर्यबंधु होली के मौके पर पेयजल सप्लाई दुरुस्त करने के निर्देश जलकल अधिकारियों को दे चुके हैं। इस संबंध में कैबिनेट के उप सभापति हेमंत अग्रवाल ने जलकल से सप्लाई के आंकड़े लेकर रिपोर्ट महापौर को दी है और री-बो¨रग और बिजली कनेक्शन लेने का कार्य जल्द पूरा कराने का अनुरोध किया है।