अंधेरी गलियों से मंदिरों तक पहुंचेंगे देवी भक्त
जागरण, संवाददाता, मथुरा: चैत्र नवरात्र भले ही कल से प्रारंभ हो रहे हों लेकिन अभी भी नगर ि
जागरण, संवाददाता, मथुरा: चैत्र नवरात्र भले ही कल से प्रारंभ हो रहे हों लेकिन अभी भी नगर निगम की उदासीनता के चलते इस बार भी देवी भक्तों को परेशानियों से दोचार होना पड़ सकता है। शहर के प्रमुख मंदिरों में शामिल मां चामुंडा देवी और महाविद्या देवी मंदिर तक जाने के लिए भक्तों को फिर से अंधेरी गलियों में होकर गुजरना पड़ेगा। इन दोनों ही मंदिरों को जोड़ने वाले प्रमुख मार्ग पर लाइट की व्यवस्था अभी तक नहीं की गई है। गंदगी व कूड़े का अंबार है। नालियों का पानी ओवर फ्लो होकर मंदिरों के आगे दस्तक दे रहा है।
रविवार से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो जाएगी। शहर के चामुंडा मंदिर की बात करें तो यहां नालियों का पानी ओवर फ्लो होकर मंदिर के पास ही हिलोरें मार रहा है। मंदिर के आसपास लाइट की व्यवस्था तक नहीं है। देर रात्रि मां के दर्शन को आने वाली महिला श्रद्धालु भी स्वयं को असुरक्षित महसूस करतीं हैं। पास ही डलावघर बना है। पानी निकासी ना होने के कारण यहां ही गंदे पानी ने पोखर का रूप ले लिया है। मंदिर से गायत्री तपोभूमि तक के प्रमुख मार्ग पर लाइट की व्यवस्था नहीं है। महाविद्या मंदिर की हालात भी इससे कुछ अलग नहीं हैं। यहां सफाईकर्मी नालियों में से सिल्ट को निकालकर सड़क पर ही डाल जाते हैं। मंदिर से चौराहे तक मार्ग पर प्रकाश की व्यवस्था यहां की महत्वपूर्ण आवश्यकता है।
आज चामुंडा मंदिर पर चलेगा सफाई अभियान
दैनिक जागरण पावन पर्व-पवित्र परिसर, आओ स्वच्छता में हाथ बढ़ाएं अभियान के तहत मंदिरों के आसपास के इलाकों को स्वच्छ करने की मुहिम चला रहा है। शनिवार को स्ट्रैंजर फ्रेंड्स हे¨ल्पग हैंड्स सोसाएटी के सहयोग से सुबह आठ बजे से साढ़े नौ बजे तक चामुंडा मंदिर के समीप स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। इसमें संस्थान के कार्यकर्ता श्रमदान कर आसपास के इलाके को गंदगी मुक्त बनाएंगे।
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कई बार लिखित व मौखिक रूप से शिकायत कर उच्चाधिकारियों को इससे अवगत कराया जा चुका है लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हो सका है। नालियों के पानी की निकासी नहीं होने के कारण ही यह पास ही में जमा हो जाता है, इससे भक्तों की भावनाएं आहत होती हैं।
विष्णु चतुर्वेदी, सेवायत, चामुंडा मंदिर
कर्मचारी मंदिर के बाहर नालियों से गंदगी को निकालकर वहीं छोड़ जाते हैं, जो पुन: नालियों में ही चली जाती है, उनका इस प्रकार सफाई करना सब व्यर्थ है। नवरात्र आ गए हैं अब तो नगर निगम को कर्मचारी भेजकर मंदिर परिसर के आसपास के क्षेत्र को साफ करवाना चाहिए।
अनूप चतुर्वेदी, महाविद्या मंदिर