हे भगवान, इस नरक से कब मिलेगा छुटकारा
गोवर्धन रोड से सटी कॉलोनियों के बारिश में हो जाते बुरे हालात
मथुरा, जासं। मथुरा-वृंदावन नगर निगम को बने दो साल होने को आए पर अभी तक नवविकसित कॉलोनियों में सुविधाओं का अभाव है। गोवर्धन रोड से लगी आधा दर्जन कॉलोनियों में बारिश के दिनों इस कदर पानी भर जाता है कि निकलने को रास्ता नहीं बचता है। कच्चे और दलदल युक्त रास्ते से वाहन निकलने के कारण वह इस कदर खराब हो गए हैं कि पानी सूखने के बाद भी यहां से निकलना वाहन सवार ही नहीं पैदल राहगीर के लिए भी मुश्किल भरा है। यहां के लोगों की अब ईश्वर से यही प्रार्थना है कि बारिश न हो।
उमस भरे मौसम में जहां हर कोई बारिश की बूंदों से राहत की उम्मीद लगाए बैठा है, गोवर्धन रोड की आधा दर्जन कॉलोनियों के लोगों के घरों के आगे कच्चे रास्ते पर भरा पानी कीचड़ पैदा कर रहा है। इससे लोगों का निकलने का रास्ता तो बंद हो ही जाता है, मच्छरों के कारण बच्चे मलेरिया और अन्य बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। नालियों के अभाव में घरों का पानी गलियों और खाली प्लॉटों में भरा रहता है। यह कॉलोनियां हैं:- टेगोर गार्डन, सूर्य नगर, इंद्रपुरी, हंसराज नगर, महेंद्र नगर, शिव नगर, चार बाग आदि छोटी-बड़ी आधा दर्जन कॉलोनियां हैं, जहां मुख्य सड़क ऊंची होने के कारण जलभराव की समस्या ने स्थाई रूप धारण कर लिया है। इतनी रहती आबादी:-गोवर्धन रोड से सटी कॉलोनियों में करीब दो हजार मकान बने हैं। इनमें करीब 12 से 15 हजार की आबादी निवासी करती है। इस क्षेत्र में कई निजी स्कूल भी हैं। -बारिश के दिनों में कॉलोनी में जलभराव हो जाता है। सफाईकर्मी आता है और नाली में से कचरा निकाल देता है, पानी निकासी का इंतजाम होने के कारण पानी गलियों में या खाली प्लॉटों में भरा रहता है।
सुखवीर सिंह, स्थानीय निवासी -नगर निगम में शामिल कॉलोनियों में विकास की जरूरत है। सड़क ऊंची हो और नालियां बन जाएं तो घरों का पानी गलियों के बजाए सीधे नाले में चला जाएगा, इससे जलभराव से मुक्ति मिलेगी।
शिवचरन, स्थानीय निवासी