गंदगी से भरी जनकपुरी, पानी को भी मारामारी
गलियां भी मांग रही मरम्मत नालियां भी क्षतिग्रस्त कई दिन तक नहीं आता सफाईकर्मी
मथुरा, जासं। एक तरफ जनकपुरी और दूसरी तरफ जमुना नगर बसा हुआ है। दोनों के बीच से होकर सड़क गुजर रही है। इसके किनारे नाले बने हुए हैं। यह गंदगी और सिल्ट से अटे पड़े है। आसपास भी सड़क पर भी कचरा बिखरा हुआ है। पेयजल की भी इस इलाके में सप्लाई पूरी नहीं हो पा रही है।
नगर निगम के वार्ड 52 का हिस्सा जनकपुरी हैं, जबकि वार्ड 35 में जमुना नगर शामिल है। दोनों ही बस्तियों की हालात में कोई अंतर नहीं है। मुख्य मार्ग भी क्षतिग्रस्त है, जबकि गलियों की भी मरम्मत कराए जाने की आवश्यकता है। नालियां भी टूट गई हैं। पेयजल की सप्लाई सड़क के किनारे के आवासों तक तो पहुंच रही है, लेकिन गलियों में रहने वाले लोग इससे वंचित है। उनको सड़क पर पानी भरने के लिए आना पड़ता है। भूमिगत पानी भी खारी है। साफ-सफाई का कार्य भी नियमित नहीं हो पा रहा है। बरसात के दिनों में जलभराव से ये इलाका भी प्रभावित हो जाता है। कॉलोनी में सफाई कर्मचारी हफ्ता दस दिन में एक दिन आता है। हर तरफ कूड़ा करकट फैला रहता है। जो हवा के साथ उड़कर अब लोगों के मकान दुकान में पहुंच रहा है।
संजू नाला खुला हुआ है। इसी को लोगों ने डस्टबीन बना दिया है। कचरा इसमें सड़ रहा है। नाले से उठने वाली दुर्गंध से यहां रहना मुश्किल हो रहा है। मच्छर जनित बीमारियों के लोग शिकार हो रहे हैं।
पिटू पानी की सप्लाई सड़क के किनारे तक ही हो पा रही है, जबकि अंदर गलियों में पानी नहीं पहुंच रहा है। लोग सड़क तक पानी भरने आते हैं। नगर निगम को पानी का प्रेशर बनाने के लिए कार्य करना चाहिए।
अजेंद्र सिंह कॉलोनी के मुख्य मार्ग का गांवों से भी बुरा हाल है। सड़क की मरम्मत नहीं कराया जा रही है। कूड़ा करकट उठाया नहीं जा रहा हे। पेयजल मिल नहीं पा रहा है।
ज्ञान सिंह