घूंघट धारण किए निकली मां गोदाम्मा
भक्तों के जयकारे और वाद्ययंत्रों की धुन से मंदिर परिसर गुंजायमान हो उठा
संवाद सहयोगी, वृंदावन: भगवान रंगनाथ और मां गोदाम्मा के विवाह महोत्सव में सोमवार को विवाह की रस्में विधिवत रूप से निभाई गईं। सोमवार को रस्म से पहले निज मंदिर से घूंघट डाल निकलीं मां गोदाम्मा के दर्शन कर भक्तों ने जयकारे लगाना शुरू कर दिया। भक्तों के जयकारे और वाद्ययंत्रों की धुन से मंदिर परिसर गुंजायमान हो उठा।
दक्षिण भारतीय परंपरा के रंगनाथ मंदिर में चल रहे विवाह महोत्सव में सोमवार को तीसरे दिन मां गोदाम्मा अपने निज मंदिर से चांदी की पालकी में बैठ घूंघट डालकर निकलीं। मंदिर की परंपरा में घूंघट धारण करने के पीछे की मान्यता है कि माया रूपी संसार ने सभी को भगवान से अलग कर दिया है। इसीलिए मां गोदाम्मा ने घूंघट धारण किया, ताकि मायारूपी संसार उन्हें नजर नहीं आए। मां गोदाम्मा की सवारी निज मंदिर से बिना भजन, गायन के शेषशायी विष्णु भगवान के समक्ष पहुंची। यहां उन्हें भगवान की माला पहनाई गई। मंदिर प्रबंधन सदस्य माल्दा गोवर्धन ने बताया भगवान की माला प्राप्त होने से प्रसन्न हो कर मां गोदाम्मा गाजे-बाजे के साथ चांदी की पालकी में बैठ अपनी शादी का निमंत्रण देने के लिए निकलीं। मां गोदाम्मा की सवारी जब मंडप में पहुंची तो उन्हें झूला झुलाया और फिर उनको उबटन, तेल आदि लगाकर अभिषेक किया और केश संवारे। उत्सव के चौथे दिन मंगलवार को मां गोदाम्मा का भात दिया जाएगा।
भगवान की लीलास्थलियों का होगा संरक्षण
वृंदावन: ठा. राधारमण मंदिर के सेवायत पद्मनाभ गोस्वामी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर ब्रजमंडल में भगवान श्रीकृष्ण की लीलास्थलियों को सांस्कृतिक रूप से संरक्षित करने की मांग की। मुख्यमंत्री ने गोस्वामी को ब्रज के अनुरूप सांस्कृतिक विकास का भरोसा दिया।
ठा. राधारमण मंदिर के सेवायत पद्मनाभ गोस्वामी व समाजसेवी मयंक मृणाल मिश्रा ने सोमवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री कार्यालय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने संत समागम की तैयारियों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा, संत समागम में कोविड-19 की सरकारी गाइड लाइनों का पूरी तरह पालन होना चाहिए। गोस्वामी ने मुख्यमंत्री से भगवान श्रीकृष्ण की लीलास्थलियों के संरक्षण का आग्रह किया, तो उन्होंने पूरा भरोसा देते हुए पूरे ब्रजमंडल के सांस्कृतिक विकास का वादा किया। संत समागम के दौरान वृंदावन आने का भरोसा भी मुख्यमंत्री ने दिया। इस दौरान पद्मनाभ गोस्वामी ने ठा. राधारमणलालजू का कुलिया प्रसाद भेंट कर ठाकुरजी के दर्शन का आमंत्रण भी मुख्यमंत्री को दिया।