चांदी के विमान में विराजमान होकर भगवान रंगनाथ ने किया सात बगीचों में भ्रमण
रंगजी मंदिर में मकर संक्रांति को हुआ था विवाहोत्सव
वृंदावन, जासं। रंगजी मंदिर में पांच दिवसीय विवाह उत्सव के बाद बुधवार को भगवान रंगनाथ (विष्णुजी) बगीचों में भ्रमण करने निकले। चांदी के विमान में विराजमान होकर भगवान रंगनाथ ने मंदिर के सभी सातों बगीचों का भ्रमण किया। इस दौरान जिस बगीचे में भगवान की सवारी पहुंची, सेवायतों ने उनकी आरती उतारकर प्रसाद अर्पित किया।
दक्षिण भारतीय परंपरा के रंगजी मंदिर में हर दिन उत्सव मनाए जाते हैं। मकर संक्रांति पर भगवान रंगनाथ व श्रीगोदाजी का पांच दिवसीय विवाहोत्सव आयोजित किया गया। पूरे पांच दिन तक विवाह की हर रस्म मंदिर में निभाई गई। मकर संक्रांति के दिन दोनों का विवाह वेदों की अनुगूंज के मध्य संपन्न हुआ। बुधवार को भगवान रंगजी मंदिर के शहर में स्थित सभी सात बगीचों में भ्रमण को निकले तो भक्तों की भीड़ उनके दर्शन को उमड़ पड़ी।
भगवान के स्वागत के लिए बगीचों में भक्तों ने रंगोली सजाई। दक्षिण भारत मे कहा जाता है कि लक्ष्मीजी (गोदा जी) काग यौनि कौवे का पूजन करती हैं, जिसके बाद भगवान भक्तों को दर्शन देने और बगीचों में भ्रमण करने के लिए मंदिर से बाहर निकलते है। पोंगल के एक दिन बाद महिलाएं अपने भाइयों की दीर्घायु के लिए काग पूजन करती हैं।