ब्रज की होलीः जो रस बरसि रह्यो बरसाना, ऐसो तीन लोक में नाय
होली पूरे देश और दुनिया भर में मनाई जाती है लेकिन ब्रज की होली कुछ खास है। यहां रंग-संस्कृति का ऐसा घोल है कि इसमें एक बार रंगने वाला इसे भूलता नहीं।
मथुरा (योगेश जादौन)। होली तो पूरे देश और दुनिया में मनाई जाती है लेकिन ब्रज की बात कुछ खास है। यहां रंग के साथ संस्कृति का ऐसा घोल है कि इसमें रंगने वाला इसे कभी भूलता नहीं। पांच हजार साल पुरानी परंपरा के पालन में हुरियारे की ढाल और गोपियों की लाठियों के संवाद का कोलाहल देखने वाले को कृष्णयुग जीवंत कर देता है। ब्रज में होली की शुरुआत वसंत पंचमी से हो जाती है लेकिन रंग बरसना 19 को महावन स्थित काष्र्णि आश्रम से होगा। बरसाना में होली 22 से 24 फरवरी तक होगी। 22 को होली का न्यौता लेकर बरसाना के लोग नंदगांव जाएंगे। 23 को बरसाना में लड्डू होली और 24 को लठामार होली। 25 को बरसाना के लोग नंदगांव में होली खेलने पहुंचेंगे। वृंदावन में रंगोत्सव रंगभरनी एकादशी यानी 26 फरवरी से होगा। यहीं से पानी के साथ रंगों का इस्तेमाल शुरू होता है जो धुलड्डी तक चलता है। 26 को जन्मस्थान पर होली होगी।
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गोकुल की छड़ी मार होली
गोकुल की छड़ी मार होली 27 को और बलदेव का प्रसिद्ध हुरंगा 3 मार्च को होगा। इसी दिन राधारानी की ससुराल माने जाने वाले जाव गांव में जेठ और बहू की होली होगी। इसके साथ ही होली के आयोजन थम जाएंगे। बरसाना और नंदगांव की होली से वंचित रहने वाले बलदेव और जाव के हुरंगा का आनंद ले सकते हैं। बरसाना में इस बार लठामार होली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल होंगे। उनके सुरक्षा घेरे के चलते आम श्रद्धालुओं को यहां पहुंचने में थोड़ी मुश्किल होगी। 22 फरवरी से ही वाहनों की नो एंट्री होगी। बरसाना में ठहरने के कोई इंतजाम नहीं हैं। रंगीली महल के सारे कमरे इस दिन आने वाले प्रशासनिक अमले के लिए बुक हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं का रुख ब्रज के अन्य स्थानों पर होने वाले रंगोत्सव की तरफ होगा।
होटल और गेस्ट हाउस फुल
बरसाना की होली पर ही करीब तीन लाख लोग बाहर से आते हैं। अधिकांश शाम तक लौट जाते हैं लेकिन तमाम लोग अन्य स्थानों की होली देखने के लिए ठहरते भी हैं। ब्रज की होली देखने का मन बना रहे लोग यह जान लें कि इस बार बरसाना की होली के दिन प्रशासनिक अमला अधिक रहेगा। वृंदावन के सभी गेस्ट हाउस और होटल भी बुक हो चुके हैं। आश्रमों की भी यही स्थिति है। फोगला आश्रम, जयपुरिया गेस्ट हाउस पूरी तरह फुल हो चुके हैं। हरेकृष्णा आर्चिड होटल के महाप्रबंधक अनूप शर्मा ने बताया कि 23 फरवरी से उनके यहां बुकिंग हैं। विदेशी सैलानी भी बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। होटल निधिवन सरोवर पार्टिको के महाप्रबंधक रत्नेश कुमार बताते हैं कि 22 फरवरी से ही वृंदावन में सैलानी डेरा जमा लेंगे।
कैसे पहुंचें
मथुरा एनएच-2 और यमुना एक्सप्रेस-वे दोनों से जुड़ा है। दिल्ली से मथुरा दो से तीन घंटे में पहुंचा जा सकता है। ट्रेन और बस दोनों ही जरिए से यहां सुगमता से पहुंचा जा सकता है।
रहें सावधान
होली देखने आने वाले श्रद्धालु गोवर्धन और बरसाना जाते समय सावधानी बरतें। इस इलाके में काफी ठग सक्रिय हैं, जिन्हें टटलू कहा जाता है। यह श्रद्धालुओं को कीमती चीजों को सस्ती में देने का झांसा देकर लूट लेते हैं। इनसे सतर्क रहने को पुलिस ने जगह-जगह होर्डिंग भी लगा रखे हैं, जिन पर पुलिस अधिकारियों के नंबर भी अंकित हैं।