कोलकाता के दीपकों से जगमगाएगी कान्हा की नगरी
कोलकाता के फैंसी दीपकों की मांग रहती है बाजार में दो रुपये से 50 रुपये तक बिक रहा दिया
संवाद सहयोगी, मथुरा : कहा जाता है मिट्टी अनमोल है, इसका कोई मोल नहीं होताख् लेकिन कुंभकार उसे अपने हाथों के जादू से आकार में ढाल देता है, जिससे उसका मोल हो जाता है। दीपावली का त्योहार नजदीक आते ही शहर में मिट्टी के दीपकों की मांग बढ़ने लग गई है, इसके लिए कान्हा की नगरी में कुंभकार मिट्टी के दीपक तैयार कर रहे हैं। वहीं मिट्टी के दीपकों की मांग को देखते हुए इनकी आपूर्ति कोलकाता से की जा रही है। इसके लिए भारी मात्रा में कलात्मक और डिजाइनर दीपक कोलकाता से मंगवाए गए हैं।
यूं तो मिट्टी के दीपक सभी जगह बनाए जाते हैं। कान्हा की नगरी में भी दीपक बनाने वाले कुंभकारों की कमी नहीं है। कोलकाता के डिजाइनर दीपक की बात ही कुछ खास है। पहली ही नजर में लोगों को यह पसंद आ जाते हैं। कोलकाता के कारीगरों के हाथों की कलाकारी भी बृजवासियों को खूब रास आ रही है। इस दीपावली कान्हा की नगरी कोलकाता के कारीगरों के हाथों बने फैंसी दीपकों से जगमगाएगी। अंबाखार निवासी आनंन कुंभकार ने बताया कि लाल मिट्टी के बने त्रिमुखी दीपक, पंचमुखी दीपक, सप्तमुखी दीपक, रंगोली दीपक, लालटर्न दीपक और मोमबत्ती जैसे दीपकों की मांग बाजार में अधिक होती है। इनकी कीमत बाजार में दो से लेकर 50 रुपये तक है वहीं साधारण दीपक एक या दो रुपये में मिल जाता है। उन्होंने बताया कि कान्हा की नगरी में बंगाल से लेकर विदेशों तक के लोग रहते हैं, उन्हें यह दीपक काफी पसंद आते हैं। हालांकि मिट्टी के दीपक मथुरा में बनाने के साथ ही राजस्थान और आगरा सहित अन्य जिलों से भी मंगाए जाते हैं।
बाहर भी जाते हैं मिट्टी के दीपक
कुंभकार राजाराम ने बताया कि अंबाखार क्षेत्र में करीब 15-20 कुंभकार परिवार रहते हैं जो समय के साथ मटका, करवा, दीपक आदि बनाते हैं। दीपावली पर्व के अवसर पर कई दिन पहले से ही दीपक बनाने का काम शुरू हो जाता है। लाखों की संख्या में मिट्टी के दीपक बनाए जाते हैं। जिले के साथ अन्य जिलों व राज्यों से भी इन दीपकों के आर्डर आते हैं। लोगों ने दीपावली के लिए दीपक खरीदना भी शुरू कर दिया है।
फैंसी दीपक ग्राहकों की पहली पंसद
दीपावली पर्व को लेकर शहर में रौनक बढ़ने लगी है। इससे कुंभकारों के चेहरे पर भी खुशी नजर झलकने लगी है। बाजार में कुंभकारों ने जगह-जगह मिट्टी के दीपकों की दुकानें सजा ली हैं। कुंभकार हीरालाल ने बताया कि दीपावली के लिए दीपकों की खरीदारी शुरू हो गई है। सामान्य दीपकों के अलावा कोलकाता व अलवर से फैंसी दीपक मंगवाए गए हैं, जो ग्राहकों की पहली पसंद बने हुए हैं। लोगों को ये डिजाइनर दीपक खूब अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं।