लीकेज से चटक रहे दो दर्जनों से ज्यादा मकान
मथुरा: शहर का प्रमुख और महापौर की मौजूदगी वाले वार्ड संख्या चार का एक
जागरण संवाददाता, मथुरा: शहर का प्रमुख और महापौर की मौजूदगी वाले वार्ड संख्या चार का एक मुहल्ला ऐसा भी है जहां जलापूर्ति लोगों के लिए जीवन नहीं ¨जदगी का सवाल बन गई है। यहां की तंग गलियों में पाइप लाइन के रिसाव से दर्जनों मकान चटक गए हैं। पानी ने यहां के हालात इस कदर खराब कर रखे हैं कि गली में आमने-सामने के दो मकान में दरार आ गई है। इस इलाके में गोकुल बैराज से पानी की आपूर्ति आती है। यह पानी गंदा और कीड़ेयुक्त है।
महापौर की गली के ठीक सामने से रास्ता जाता है शंकरगली का। यहां करीब दो दर्जन मकान चटके हुए हैं। किसी में ज्यादा है तो किसी में कम। कुछ लोगों ने वर्षों पुरानी इस समस्या से तंग आकर पुराने मकान को ढहाकर नया बनवा लिया। अधिकांश गरीब और मजदूर वर्ग के लोग हैं। इन लोगों के दो मंजिल तक बने मकानों में दरार पड़ी हैं। यहां रहने वाले सीताराम, मुन्ना डिस्को, चेतराम, निरोती, सीताराम, वेदराम भगत, मोहन देवी, आशा, संतोष कुमार समेत दो दर्जन से ज्यादा लोगों के मकान चटके हुए हैं। 90 वर्षीय वेदराम भगत बताते हैं कि उन्होंने शहर के अब तक के सारे चेयरमैन और अब महापौर से लेकर सभासद और पार्षद तक देखे, कोई समस्या के समाधान में रुचि नहीं लेता। वार्ड में पानी पीने के लिए तो है नहीं, लेकिन पाइप लाइन की लीकेज मकानों को खंडहर बना रही है। तीनों नलकूप खराब
मथुरा: वार्ड में तीन नलकूप लगे हैं। इनके माध्यम से जनता को पीने के पानी की आपूर्ति की जाती थी। जब से गोकुल बैराज के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति शुरू हुई तब से नगर निगम प्रशासन ने इस ओर ध्यान देना बंद कर दिया। अब हालात हैं तीनों ही नलकूप खराब पडे़ हैं। नाई की मंडी, तखैला गली और वाल्मीकि मोहल्ला चुरियाना में लगे इन तीनों नलकूपों से जनता को पीने का पानी मिल सकता है, लेकिन अधिकारियों का इस ओर ध्यान नहीं है। पानी खरीदना मजबूरी
मथुरा: शंकरगली के लोग सुबह और सायंकाल बंगालीघाट स्थित नलकूप से पानी ढोकर लाते हैं। जो सक्षम नहीं हैं उन्हें दस रुपये में दस लीटर पानी खरीदना पड़ता है। कुछ लोगों ने तो यह व्यवसाय ही बना लिया है। वह ड्रम में पानी खरीदकर लाते हैं और फिर यहां बेचते हैं। -महापौर, नगर आयुक्त और कमिश्नर को भी ज्ञापन और पत्रों के माध्यम से यहां की समस्याओं विशेषकर पेयजल के संबंध में अवगत करा चुकी हूं। भाजपा के महापौर का वार्ड है। वह रालोद से हैं, इसलिए उनके वार्ड में कार्य नहीं कराए जा रहे हैं। लोगों को पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है। वह पार्षद हैं और जनता को भीषण गर्मी में पेयजल समस्या से निजात नहीं दिलवा पा रही हैं इसका उन्हें मलाल है।
- माला माहौर, पार्षद, वार्ड संख्या चार आखिर रुक गई पानी की बर्बादी
मथुरा: डेंपियर नगर में लीकेज पाइप लाइन को दुरुस्त करते नगर निगम के कर्मचारी
मथुरा: तीन दिन से डेंपियर नगर के जिस मुहाने पर पं. दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा के ठीक सामने जो पानी लीकेज हो रहा था, वह मंगलवार को ठीक कर दिया गया है। दैनिक जागरण ने जलदान अभियान के तहत नगर निगम की लीकेज पाइप लाइन से लोगों को हो रही समस्या को उठाया था। सचेत हुए अधिकारियों ने मंगलवार को यहां टीम को भेजा, जिसने पाइप लाइन की लीकेज को सही किया। बताया कि किसी भारी वाहन के दबाव के चलते पाइप लाइन चटक गई, इसे जोड़ दिया गया है।