व्यासपीठ से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं
संवाद सहयोगी वृंदावन सोशल मीडिया पर कथावाचकों द्वारा व्यासपीठ पर बैठकर अमर्यादित शब्दों के प्रयोग वायरल हो रहे हैं जिसके विरोध में सनातनधर्मियों ने बिगुल फूंक दिया है।
संवाद सहयोगी, वृंदावन : सोशल मीडिया पर कथावाचकों द्वारा व्यासपीठ पर बैठकर अमर्यादित शब्दों के प्रयोग वायरल हो रहे हैं, जिसके विरोध में सनातनधर्मियों ने बिगुल फूंक दिया है। उनका कहना है कि कथावाचक व वाचिकाएं व्यासपीठ की मर्यादा से खिलवाड़ करेंगे तो बर्दाश्त नहीं होगा। भागवत की व्यासपीठ पर बैठ नमाज अता करते समय कथा को विश्राम देने और अल्लाह मौला की बात करने वाले कथावक्ताओं को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। इससे व्यासपीठ की मर्यादा धूमिल हो रही है। विदित हो राष्ट्रीय संत की उपाधिधारक एक कथावाचक द्वारा व्यासपीठ से कुरान और अल्ला का पाठ पढ़ाने पर सनातनधर्मी व्यासपीठ को बदनाम करने की साजिश बताया। परिक्रमा मार्ग स्थित चैतन्य कुटी में शनिवार को चतु:संप्रदाय महंत फूलडोल बिहारी दास, जगद्गुरु अनंतानंद द्वाराचार्य, काशी पीठाधीश्वर रामकमल वेदांती, स्वामी राघवाचार्य, महानिर्वाणी अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद, स्वामी चतुर्भुजाचार्य, महामंडलेश्वर स्वामी चित्तप्रकाशानंद, महामडलेश्वर स्वामी चिदंबरानंद, स्वामी रामदेवानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर नवलगिरी, काशी विद्वत परिषद पश्चिमा†चल भारत के प्रभारी कािर्ष्ण नागेंद्र महाराज, डॉ. मनोज मोहन शास्त्री, आचार्य बद्रीश, डॉ. सच्चिदानंद द्विवेदी, अशोक व्यास, विमल चैतन्य, आनंद बल्लभ गोस्वामी, पुरुषोत्तम शरण शास्त्री, विपिन बापू, महंत स्वामी आदित्यानंद, महंत रामस्वरूपदास, डॉ. स्वामी सत्यमित्रानंद, डॉ. हरीमोहन गोस्वामी, राधारमण गोस्वामी, प्रियाशरण भक्तमालि समेत तमाम संत, अखाड़ा परिषद के लोगों ने इस तरह के व्यासों को तत्काल व्यासपीठ से मुक्त करने की मांग की। परिषद प्रभारी नागेंद्र महाराज ने कहा, काशी में राष्ट्रीय पदाधिकारियों से बात हुई है काशी विद्वत परिषद इन सभी संदर्भों को देखते हुए शीघ्र बैठक करने जा रही है। तथाकथित सनातन धर्म विरोधी व्यासों के खिलाफ याचिका दायर करने तथा प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति एवं सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों को पत्राचार करके विधि सम्मत कार्यवाही के लिए आग्रह करेगी।