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मकरंदगढ़ी में तीन दिन से स्कूल में कैद हैं बेसहारा पशु

गांव मकरंदगढ़ी के परिषदीय स्कूल में बंद बेसहारा पशुओं की तीसरे दिन भी अफसरान ने कोई खबर नहीं ली है। भूख-प्यास एवं ठंड से बेसहारा पशुओं का हाल-बेहाल हो रहा है। सांड़ के हमले से एक महिला की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने तीन दिन पहले गांव में घूम रहे छुट्टा सांड़ एवं गायों को सरकारी विद्यालय में बंद कर रखा है। ग्रामीणों ने रेबीज फैलने की आशंका जताते हुए इन पशुओं को किसी गोशाला में भेजने की मांग कर रखी है। सवाल यह भी है कि यह पशु स्कूल में ही कैद रहे तो स्कूल खुलने पर छात्रों की पढ़ाई कैसे होगी। नौहझील के गांव मकरंदगढ़ी में शुक्रवार सुबह एक सांड़ ने नौहरे में अपने पशुओं को चारा डालने गई महिला हरीशा देवी की गर्दन में सींग घुसेड़ कर मार डाला था।

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Nov 2019 11:02 PM (IST)Updated: Mon, 11 Nov 2019 06:27 AM (IST)
मकरंदगढ़ी में तीन दिन से स्कूल में कैद हैं बेसहारा पशु
मकरंदगढ़ी में तीन दिन से स्कूल में कैद हैं बेसहारा पशु

संवाद सूत्र, सुरीर: गांव मकरंदगढ़ी के परिषदीय स्कूल में बंद बेसहारा पशुओं की तीसरे दिन भी अफसरों ने कोई खबर नहीं ली है। भूख-प्यास व ठंड से बेसहारा पशु बेहाल हैं। सांड़ के हमले से एक महिला की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने तीन दिन से गांव में घूम रहे छुट्टा सांड़ व गायों को सरकारी विद्यालय में बंद कर रखा है। ग्रामीणों ने रैबीज फैलने की आशंका जताते हुए इन पशुओं को किसी गोशाला में भेजने की मांग कर रखी है।

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नौहझील के गांव मकरंदगढ़ी में शुक्रवार सुबह एक सांड़ ने नौहरे में पशुओं को चारा डालने गई महिला हरीशा देवी को गर्दन में सींग घुसेड़ कर मार डाला था। शोर-शराबा सुनकर पहुंचे एक बालक समेत चार लोगों को सांड़ ने घायल कर दिया था। इस घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने हमलावर सांड़ को पेड़ से बांधने के बाद गांव में घूम रहे करीब ढाई दर्जन छुट्टा सांड़ और गायों को लाकर प्राथमिक विद्यालय के परिसर में बंदकर बाहर से गेट लगा दिया था। घटना की सूचना पर पशु चिकित्सक व राजस्व कर्मी पहुंचे थे। पशु चिकित्सकों ने हमलावर सांड़ समेत कुछ पशुओं में रैबीज के लक्षण बताए थे। दो-तीन पशुओं के एंटी रेबीज लगाने के बाद अन्य पशुओं को दूसरे दिन इंजेक्शन लगाने आने की कह कर चले गए थे, लेकिन इसके बाद पशु चिकित्सक लौटकर नहीं आए। इसके अलावा स्कूल में बंद बेसहारा पशुओं की कोई व्यवस्था के लिए जिम्मेदारों ने ध्यान नहीं दिया। जिससे करीब ढाई दर्जन पशु जिनमें सांड़ और गाय शामिल हैं। वह पिछले दिन से भूखे-प्यासे स्कूल में कैद हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सांड़ के हमले से महिला की मौत की घटना के बाद वह छुट्टा पशुओं से बेहद भयभीत हैं। इसलिए उन्हें स्कूल में बंद कर रखा है। स्कूल में कैद पशु भूख प्यास से बेहाल हैं।

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हमलावर सांड़ की मौत

महिला को मौत के घाट उतारने वाले सांड़ की मौत हो गई। सांड़ को उस दिन उपचार के लिए मथुरा वेटेरिनरी कॉलेज ले गए थे लेकिन वहां पशु चिकित्सकों ने उसे नहीं लिया। वापस लौटते समय ग्रामीण इस सांड़ को मांट स्थित पशु अस्पताल में बांध आए थे। जहां उसकी मौत हो गई।


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