बालू न सही परिक्रमा में कूड़े के ढेर तो हटवा देते साहब
संवाद सहयोगी वृंदावन पुरुषोत्तम मास में तीर्थनगरी के मंदिरों में श्रद्धालुओं को अभी एंट्री नहीं
संवाद सहयोगी, वृंदावन: पुरुषोत्तम मास में तीर्थनगरी के मंदिरों में श्रद्धालुओं को अभी एंट्री नहीं मिली, लेकिन पंचकोसीय परिक्रमा में हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। परिक्रमा में कदम-कदम पर श्रद्धालुओं को अव्यवस्थाओं से जूझना पड़ रहा है। पुरुषोत्तम मास में मात्र 11 दिन शेष रह गए हैं, लेकिन प्रशासनिक व्यवस्थाएं अब तक परिक्रमार्थियों को नहीं मिल सकी हैं। उखड़ी सड़क परिक्रमार्थियों के पैरों को घायल कर ही रही है, वहीं गंदगी के ढेर भी तीर्थनगरी की तस्वीर को धूमिल कर रहे हैं।
पुरुषोत्तम मास में पंचकोसीय परिक्रमा करने देश भर के श्रद्धालुओं ने वृंदावन में डेरा डाल लिया है। बावजूद इसके नगर निगम ने श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए परिक्रमा में किसी भी तरह की व्यवस्था नहीं की। जर्जर सड़क से नंगे पैर गुजरते श्रद्धालुओं के पैरों के छाले इस बात की गवाही दे रहे हैं। श्रद्धालुओं और संतों की परिक्रमा में बालू डलवाने की मांग को भी नगर निगम ने दरकिनार कर दिया, जबकि हर दिन हजारों श्रद्धालु पंचकोसीय परिक्रमा करने को वृंदावन आ रहे हैं। परिक्रमा में केशीघाट से चामुंडा क्षेत्र होते हुए अटल्ला चुंगी तक श्रद्धालुओं को परिक्रमा कर पाना मुश्किल हो रहा है।