गोवर्धन परिक्रमा मार्ग का सवा लाख दीपों से श्रृंगार
अप्सरा कुंड पर दीपदान व दीपावली महोत्सव का आयोजन, नेपाली भक्त भी पहुंचे
गोवर्धन, मथुरा: जुगनुओं सी चमकती तलहटी दीपों के श्रृंगार से इठलाने लगी। सवा लाख दीपों में झिलमिलाती पांच लाख ज्योतियां प्रभु के समक्ष मुस्कराती रहीं।
दाऊजी महाराज पर सजा अन्नकूट और कुंडों पर सजे दीपों ने महोत्सव को अद्भुत बना दिया। संगीत से सजे सांस्कृतिक कार्यक्रम लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे।
मंगलवार को पर्वतराज गोवर्धन की भूमि के पूंछरी (राजस्थान) में दीपदान व दीपावली महोत्सव का आयोजन हुआ। उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र, विजय बाबा और संतों ने परिक्रमा मार्ग में दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। 11 शंखों से निकले नाद ने महोत्सव की घोषणा की। नेपाल से अनंत दासी के नेतृत्व में दो दर्जन भक्त पहुंचे और दीपदान किया।
पूंछरी स्थित दाऊजी मंदिर के महंत ब्रज बिहारी शरण उर्फ विजय बाबा ने बताया कि महोत्सव का आयोजन श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए किया है। गोवर्धन महाराज के सन्मुख अप्सरा कुंड पर सवा लाख दीपक जलाए गए। एक दीपक में चार ज्योति प्रज्ज्वलित की गई, जिससे पांच लाख ज्योति प्रज्वलित होकर तलहटी का यशोगान करने लगीं। यह दीप पूंछरी लौठा मंदिर, अप्सरा कुंड, नवल कुंड, दाऊजी मंदिर के साथ परिक्रमा मार्ग में सौंदर्य बिखेरते रहे। दीपों को जलाने के लिए विभिन्न गांवों के चार सौ लोग लगाए गए।
नरेंद्र शर्मा के नेतृत्व में चरकुला नृत्य देख लोग आश्चर्य चकित रह गए। रसिया की धुनों पर 108 दीप सिर पर रख महिला ने नृत्य किया। राधाकृष्ण की फूलों की होली और रसिया गायन ने वातावरण को अलौकिक बना दिया। महारास व मयूर नृत्य ने लोगों को पलक नहीं झपकने दी। भंडारे का आयोजन हुआ। नेपाल के रिटायर मुख्य न्यायाधीश दामोदर शर्मा और उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ नगेंद्र प्रताप ¨सह के अलावा यादव शरण उर्फ बाबू बाबा, गोपाल दास तिवारी, सुन्दर धाम के महंत नारायण दास महाराज, महंत अशोक नारायण, दीनबंधु मौजूद रहे। ड्रोन कैमरा से नजर
गोवर्धन: दीपदान महोत्सव पर ड्रोन कैमरा से नजर रखी गई। राजस्थान पुलिस के आला अधिकारी सुरक्षा पर नजर बनाए रहे। दीपदान के लिए करीब चार सौ लोगों की टीम के साथ अशोक आर्य के निर्देशन में 70 बच्चे महर्षि दयानंद पुनर्वास संस्थान, राल मथुरा से आए और दीप प्रज्ज्वलन में सहयोग किया। ओम प्रकाश कौशिक, भूरा सरपंच, चौधरी विजय ¨सह ने व्यवस्थाओं को अंजाम दिया।