पर्वत पर बन रही कैंटीन के निर्माण पर आक्रोश
ब्रह्मांचल पर्वत पर आए दिन हो रहे अतिक्रमण
बरसाना(मथुरा), संसू। ब्रह्मांचल पर्वत पर आए दिन हो रहे अतिक्रमण को लेकर श्रीजी मंदिर विकास ट्रस्ट ने डीएम सहित जिला उद्यान अधिकारी को नोटिस भेजा है। ट्रस्ट पर्वत के बचाव के लिए एनजीटी के दरवाजे खटखटाने जा रहा है। ब्रह्मांचल पर्वत पर बन रहे उद्यान विभाग की कैंटीन पर भी आपत्ति जताई है।
अरावली श्रृंखला के श्रेणी में स्थित ब्रह्मांचल पर्वत जो कभी हरियाली व सुंदरता का मनोहरम ²श्य दिखाई देता था। आज डलाव घर तथा अतिक्रमण का प्रतीक दिखता है। तीन किलोमीटर के एरिया में फैला ब्रह्मांचल पर्वत पर राधारानी मंदिर सहित राधाकृष्ण की लीलाओं के तमाम स्थल व चिह्न मौजूद है, लेकिन उद्यान विभाग की उदासीनता के चलते प्राचीन पर्वत का स्वरूप बिगड़ता जा रहा है। पूरे पर्वत पर अतिक्रमण के चलते धौ के वृक्ष नष्ट होते जा रहे हैं तो गन्दगी के कारण पूरा पर्वत डलाव घर दिखाई देता है। हाल ही में उद्यान विभाग की ओर से पर्वत पर कैंटीन का निर्माण कराया जा रहा है। इसमें प्राचीन वृक्षों सहित बड़ी बड़ी शिलाओं को तोड़ा जा रहा है। ब्रह्मांचल पर्वत की सुरक्षा के लिए काफी वर्षो से लड़ाई लड़ रहे श्रीजी मंदिर विकास ट्रस्ट ने जिलाधिकारी व जिला उद्यान अधिकारी को कैंटीन व अतिक्रमण के लिए नोटिस दिया है। निर्माण को नही रोका गया तो क्षेत्र के संत सहित अष्टसखी गांव के ग्रामीण जनांदोलन करने को बाध्य होंगे। एनजीटी के वरिष्ठ अधिवक्ता को याचिका दायर करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया है। ब्रह्मांचल पर्वत जहां राधाकृष्ण की तमाम लीलाओं के मंदिर व उनके पद चिह्न मौजूद है, लेकिन आजतक शासन व प्रशासन ने कभी इसकी तार फेंसिग करने की नहीं सोची। उल्टा उद्यान विभाग बड़ी शिलाओं को तोड़कर कैंटीन का निर्माण कर रहा है। यह पर्वत की प्राचीनता व स्वरूप को नष्ट कर देगा।
पदम फौजी, उपाध्यक्ष
श्रीजी मंदिर विकास ट्रस्ट बरसाना। ब्रह्मांचल पर्वत पर श्रद्धालुओं के खानपान को ध्यान में रखते हुए शासन से स्वीकृति लेने के बाद कैंटीन का निर्माण किया जा रहा है। न कोई शिला तोड़ी गई और न कोई पेड़ काटा जा रहा है। कस्बे के कुछ असामाजिक तत्व बेकार में इसे रोकना चाह रहे हैं।
जगदीश प्रसाद, जिला उद्यान अधिकारी, मथुरा