पहली चाय के साथ ही तय हो जाता है दिनभर का शेड्यूल
मथुरा जासं। सुबह उठने के बाद पार्टी का कार्यक्रम मिनट टू मिनट लागू हो जाता है। रात सोने तक संगठन हेमा को चुनाव में उपयोगिता के हिसाब से उपयोग करता है। हेमा भी जानती हैं कार्यकर्ता की अहमियत। संगठन के शेड्यूल से जरा भी टस से मस हुए पूरा प्लान गड़बड़। उन्हें अपने लिए भी संगठन से व्यक्तिगत समय मांगना पड़ता है।
जागरण संवाददाता, मथुरा: सुबह उठने के बाद पार्टी का कार्यक्रम मिनट टू मिनट लागू हो जाता है। रात सोने तक संगठन हेमा को चुनाव में उपयोगिता के हिसाब से उपयोग करता है। हेमा भी जानती हैं कार्यकर्ता की अहमियत। संगठन के शेड्यूल से जरा भी टस से मस हुए, पूरा प्लान गड़बड़। उन्हें अपने लिए भी संगठन से व्यक्तिगत समय मांगना पड़ता है।
मंगलवार को भी यही हुआ। सुबह की पहली चाय के साथ दिन भर का शेड्यूल देख सांसद हेमा मालिनी ने स्टाफ से चर्चा की और पार्टी के पदाधिकारियों के साथ अलग-अलग चर्चा की, सभी को व्यवस्थाएं समझाईं और निकल पड़ीं मथुरा में प्रचार के अंतिम दिन रोड शो के लिए। यहां चित्रकूट मसानी पर भव्य स्वागत किया गया। तो गदगद नजर आईं, इसी दौरान रूपम टॉकिज, मंडी रामदास, द्वारिकाधीश मंदिर, विश्राम घाट होते हुए होली गेट होते हुए डेंपियर नगर में पं. दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर समाप्त हुआ। हेमा पूरी तरह राजनीतिक नजर आईं:-हेमा कांग्रेस के जुलूस के गुजरते वक्त कार में बैठी रहीं। इस दौरान पूरी गतिविधि पर नजर बनाए हुए थीं। उन्होंने जब देखा कि महेश पाठक समीप आ गए हैं तो कार की छत खोल जिस तरह प्रतिक्रिया दी, मंझे राजनीतिज्ञ के बस की बात है। पं. दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा के समक्ष भी कार्यकर्ताओं के साथ उन्होंने फोटो खिचवाए। -महिलाएं निहारतीं:-कार में सवार हेमा मालिनी को देखने के लिए महिलाएं उत्सुक नजर आईं। एक महिला बोली, लाए देख लें जा हेमामालिनी कूं, अब तक तो पिक्चरन में ही देखी है। हेमा ने भी इसे समझा और महिलाओं से हाल-चाल पूछा।