क्रूरता और तस्करी का शिकार हो रहा गोवंश
बीमार व भूखा-प्यासा घूम रहा गोवंश क्रूरता और तस्करी का शिकार हो रहा है। बेसहारा गोवंश के आश्रय के लिए खोली गईं गोशालाओं में सभी गाय और गोवंश को संरक्षण नहीं मिल पा रहा है।
संवाद सूत्र, सुरीर: बीमार व भूखा-प्यासा घूम रहा गोवंश क्रूरता और तस्करी का शिकार हो रहा है। बेसहारा गोवंश के आश्रय के लिए खोली गईं गोशालाओं में सभी गाय और गोवंश को संरक्षण नहीं मिल पा रहा है। खेतों में लगा रखे कंटीले तार व वाहनों की चपेट में आकर घायल होने से तमाम गोवंश इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं।
सुरीर में एक श्यामा गाय बाजार में घूम कर पेट भरती थी। जो अब पिछले चार दिन से नजर नहीं आ रही है। लोगों को शक है कि इस गाय को तस्कर लाद ले गए हैं। ऐसी तमाम गोवंश तस्करी का शिकार हो रहा है। रात में घूम रहे गो तस्करों को पुलिस भी पकड़ने से डर रही है, क्योंकि यह तस्कर पुलिस पर भी हमला कर देते हैं। एक सप्ताह पूर्व गाय चोरी कर ले जाते गो तस्करों का पीछा कर रही यूपी 112 पुलिस की एक पीआरवी गाड़ी में तस्करों ने टक्कर मारने का प्रयास किया, जिसमें वह बाल-बाल बच गए। भाकियू लोकशक्ति के मंडल उपाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह राजपूत का कहना है कि सूबे की सरकार भले ही गोवंश के संरक्षण के लिए सक्रियता की बात कर रही है, मगर बेसहारा घूम रहे गोवंश की दुर्दशा देख कर लगता है की सरकार के पास गोवंश के संरक्षण का को निदान ही नहीं है। वहीं दूसरी ओर, कस्बा में शुक्रवार शाम दो सांड़ आपस में भिड़ गए। करीब आधा घंटे चले संघर्ष में एक सांड़ की मौत हो गई। ग्रामीणों ने जेसीबी से गड्ढा खुदवा कर मृत सांड़ के शव को दफना दिया।