गणेश टीला के लोगों को कब मिलेगा पीने का पानी
जय¨सहपुरा क्षेत्र की कॉलोनी में खंभों पर नहीं हैं लाइट और नहीं उठता है कूड़ा
मथुरा, जासं। चमकती सड़क पर दौड़ते वाहन और सड़क के दोनों ओर ओर बने पक्के मकान और बाजार से जय¨सहपुरा क्षेत्र के लोगों के दर्द को नहीं समझा जा सकता। उसको समझने के लिए जमीनी हकीकत से रूबरू होना होगा। मथुरा-वृंदावन को जोड़ने वाले प्रमुख मार्ग पर बिड़ला मंदिर से पहले जय¨सहपुरा क्षेत्र की कॉलोनी और मुहल्लों में जल निगम के पानी सप्लाई की कोई व्यवस्था नहीं है। इसके अलावा यहां नियमित सफाई भी भी नहीं होती है। गंदगी गणेश टीला क्षेत्र के लोगों की नियति बन चुकी है।
गणेश टीला और तमौली धर्मशाला क्षेत्र की गंदगी नालियों की सफाई के बाद किनारे पड़ी गंदगी जस की तस पड़ी है। नगर निगम की ओर से इस सिल्ट को उठाने की अभी तक जहमत नहीं उठाई है। जहां शहर के अन्य मुहल्ले और कॉलोनियां रात को स्ट्रीट लाइट की दूधिया रोशनी में जगमगाती हैं, वहीं गणेश टीला क्षेत्र के खंभे लाइट से सूने पड़े हैं। रात में उबड़-खाबड़ राह में अंधेरे के कारण अक्सर लोग चोटिल होते रहते हैं। बात पानी की जाए तो जिनके पास पानी की व्यवस्था नहीं हैं वह पड़ोसियों से मांग कर काम चलाते हैं। जागरण के सामने अपने दर्द को बयां करते हुए यहां के लोगों का कहना है कि कोई नहीं सुनता साब। न पानी है, न सफाई है और न ही स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था है। जीना यहां मरना यहां इसके सिवा जाना कहां। आखिर जाएं भी तो कहां। तमौली धर्मशाला क्षेत्र में पानी और गंदगी की समस्या के कारण हमने तो दूसरी कॉलोनी में मकान ले लिया है। पानी के चक्कर में अन्य जरूरी काम लटके रहते हैं।
- कुशलता। सबसे बड़ी समस्या पानी की है। पास पड़ोसियों मांग कर काम चलाना पड़ता है और दूसरी बड़ी समस्या गंदगी है और रात में कॉलोनी में अंधेरा रहता है।
- अस्सी भाई।