कांफ्रेंस में उठाई फिजियो कौंसिल गठन की मांग
जागरण संवाददाता, मथुरा: पहली नेशनल फिजियोथेरेपिस्ट कांफ्रेस में दूर-दूर से आए विशेषज्ञों
जागरण संवाददाता, मथुरा: पहली नेशनल फिजियोथेरेपिस्ट कांफ्रेस में दूर-दूर से आए विशेषज्ञों ने देश में नेशनल फिजियोथेरेपिस्ट कौंसिल गठन की मांग उठाई। कहा कि आज फिजियोथेरेपी का महत्व तेजी से बढ़ा है। अफसोस इस बात का है कि देश और प्रदेश में अभी तक फिजियो कौंसिल का गठन तक सरकार ने नहीं किया है। इस क्षेत्र में आज सर्टिफिकेट कोर्स से लेकर पीएचडी तक हो रही है। कांफ्रेंस में देश भर से चार सौ फिजियोथेरेपिस्ट ने भाग लिया। सांसद हेमा मालिनी ने ऑडियो संदेश के माध्यम से अपनी शुभकामनाएं दी।
रविवार को होटल ब्रजवासी लेंडसइन में आयोजित नेशनल कांफ्रेस का उद्घाटन मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। उन्होंने कहा कि फिजियोथैरेपी के प्रभाव और चमत्कार का खुद अनुभवी हूं। आज ऑर्थोपेडिक के साथ फिजियो की विशेष भूमिका है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में आ रही समस्या को वह प्रदेश सरकार से जितना हो सकेगा समाधान कराने का प्रयास करेंगे। कैबिनेट में जल्द ही फिजियो काउंसिल का प्रस्ताव रखा जाएगा। कांफ्रेंस में बाहर से आए हुए विशेषज्ञों ने अपने शोध पत्र पढ़ते हुए कहा कि लोगों के उपचार के साथ फिजियों का रोल क्वालिटी ऑफ लाइफ का है। आज बदली हुई लाइफ स्टाइल में शारीरिेक श्रम कम होने के कारण हर्ट, शुगर, हाईपर टेंशन, की शिकायतें बढ़ रही हैं, जिसे नियंत्रण करने में फिजियोथैरेपी का महत्वपूर्ण रोल शोधों में सामने आ रहा है। इस मौके पर फिजियो पर बेहतर उपलब्धियों के लिए लोगों को सम्मानित किया गया। कांफ्रेंस में डॉ. एसके गुप्ता, जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. दीपक मल्होत्रा, डॉ. गरिमा कौशिक, डॉ. योगेश, डॉ. राजीव अग्रवाल, डॉ. स्मृति शुक्ला, डॉ. राहुल शर्मा, डॉ. पवन खटाना, सचिन अग्रवाल, प्रियंका अग्रवाल आदि मौजूद थे। कांफ्रेंस की सफलता पर आयोजन समिति के चेयरमैन मनोज चौधरी, सचिव डॉ. यश प्रताप, डॉ. जुगल इंदौलिया और डॉ. गरिमा कौशिक ने सभी का आभार व्यक्त किया।