अदालत के फैसले के बाद ही राममंदिर का निर्माण : कोकजे
जागरण संवाददाता, वृंदावन: विश्व ¨हदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष न्यायमूर्ति विष्णु सदाशिव कोक
जागरण संवाददाता, वृंदावन: विश्व ¨हदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष न्यायमूर्ति विष्णु सदाशिव कोकजे दो दिन की धार्मिक यात्रा पर सोमवार को वृंदावन पहुंचे। यहां उन्होंने यमुना महारानी की आरती उतारी। कोकजे ब्रज में यमुना के बिगड़े स्वरूप को देखकर व्यथित हुए। राममंदिर निर्माण पर बोले अदालत के निर्णय का इंतजार करेंगे।
केशीघाट पर संत आनंदस्वरूप गंगाजीवाले बाबा के सान्निध्य में आयोजित यमुना महारानी की महाआरती में शामिल होने पहुंचे कोकजे ने वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य यमुना महारानी की धूप, दीप व दुग्धाभिषेक कर पूजा अर्चना की।
पत्रकारों से रूबरू कोकजे ने राममंदिर निर्माण के सवाल पर कहा कि जो लोग मामले को अदालत में ले गए, वही आज पूछ रहे हैं कि मंदिर कब बनाएंगे। कहा कि चूंकि मामला अदालत में है, इसलिए अगर संसद में कानून बनाएं तो इलाहबाद न्यायालय के आदेश को खारिज करना पड़ेगा और संसद में कानून बनाने के बाद भी अगर कोई पक्ष अदालत चला गया तो मामला फिर अटक जाएगा। इसलिए हम अदालत के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। श्रीराम का भव्य मंदिर तो अयोध्या में उसी स्थान पर बनकर ही रहेगा। संतों से मुलाकात के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके राजनीतिक मायने नहीं निकाले जाने चाहिए। विहिप हमेशा संतों के साथ वार्तालाप करता रहा है।
यमुना के बिगड़ते स्वरूप के सवाल पर कोकजे ने कहा कि इसके लिए हम सभी जिम्मेदार हैं। हमें यमुना-गंगा जैसी पवित्र नदियों को गंदा करने में बड़ी भूमिका निभाई है। हमने कभी भी नदियों को साफ रखने की अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई। लोगों को इसके लिए मिलकर प्रयत्न करने होंगे। सरकार अकेले नदियों को स्वच्छ रखने में जब तक सफल नहीं होगी, जब तक कि लोग खुद ही यमुना-गंगा जैसी पवित्र नदियों में गंदगी बहाना बंद नहीं करेंगे। आरती के दौरान विहिप के केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी, पद्मनाभ गोस्वामी, राजकुमार शर्मा, जगदीश शर्मा गुरु, मदनगोपाल बनर्जी, श्यामसुंदर भंडारी बाबा, महंत मोहिनीबिहारी शरण समेत अनेक लोग मौजूद रहे।